एन.एफ़.ओ. रिव्यू

Kotak BSE PSU Index Fund NFO: आप निवेश करें या नहीं?

आइए कोटक के एक नए पैसिव फ़ंड के बारे में सभी ज़रूरी बातें जानते हैं

Kotak BSE PSU Index Fund NFO: आप निवेश करें या नहीं?AI-generated image

भारत के पांचवें सबसे बड़े फ़ंड हाउस कोटक म्यूचुअल फ़ंड ने पिछले सप्ताह (10 जुलाई) को नया पैसिव फ़ंड पेश किया. ये कोटक BSE PSU इंडेक्स फ़ंड ऐसे समय में लॉन्च हुआ है जब PSU इंडेक्स (सरकारी स्वामित्व वाली कंपनियों का इंडेक्स) हाल के महीनों में बाज़ार के मुक़ाबले आगे रहा है.

नया फ़ंड 24 जुलाई 2024 तक निवेशकों की मेंबरशिप के लिए खुला रहेगा.

कोटक BSE PSU इंडेक्स फ़ंड: एक नज़र में

फ़ंड का टाइप ओपन-एंडेड इंडेक्स फ़ंड
इंडेक्स ये BSE PSU इंडेक्स को ट्रैक करेगा
फ़ंड मैनेजर देवेंद्र सिंघल, सतीश डोंडापति, अभिषेक बिसेन
एग्ज़िट लोड शून्य
टैक्स अगर यूनिट एक साल के अंदर बेची जाती हैं, तो कैपिटल गेन पर 15% टैक्स लगेगा. अगर यूनिट एक साल के बाद बेची जाती हैं, तो कैपिटल गेन पर 10% टैक्स होगा.

कोटक BSE PSU इंडेक्स फ़ंड और इंडेक्स के बारे में

चूंकि, कोटक BSE PSU इंडेक्स फ़ंड एक इंडेक्स फ़ंड है, इसलिए ये BSE PSU इंडेक्स में मौजूद समान रेशियो में कंपनी के स्टॉक ख़रीदे और बेचेगा. इसलिए, हमारे लिए इंडेक्स का अनालेसिस करना ज़्यादा सही है.

कोटक BSE PSU इंडेक्स फ़ंड की संरचना

जैसा कि नाम से पता चलता है, BSE PSU इंडेक्स पब्लिक सेक्टर के उपक्रमों (PSU) के प्रदर्शन को मापता है. इसमें 56 स्टॉक शामिल हैं, इंडेक्स वेटेज के लिए फ़्लोट-एडजस्टेड मार्केट कैपिटलाइज़ेशन का इस्तेमाल करता है.

अभी तक, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) इंडेक्स पर सबसे बड़ी कंपनी है, जिसका भार 15.6 फ़ीसदी है, उसके बाद नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (NTPC 8.35 फ़ीसदी) और पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ़ इंडिया (6.92 फ़ीसदी) है.

कुल मिलाकर, PSU इंडेक्स में टॉप 5 और टॉप 10 शेयरों का वज़न क्रमशः 41.5 फ़ीसदी और 60.96 फ़ीसदी है.

सेक्टर वार, टॉप तीन बिज़नस सेगमेंट - फ़ाइनेंशियल सर्विस, बिजली और तेल, और गैस - कुल इंडेक्स का क़रीब 71 फ़ीसदी हिस्सा हैं, जो दिखाता है कि इंडेक्स ज़्यादातर उनके ही परफ़ॉर्मेंस पर टिका है.

हालांकि, दिसंबर में ये आंकड़े बदल सकते हैं, क्योंकि इंडेक्स साल में दो बार (जून और दिसंबर) रीबैलेंसिंग से गुज़रता है.

कोटक BSE PSU इंडेक्स फ़ंड के संभावित परफ़ॉर्मेंस की बात
याद रखें, हमने कहा था कि ये फ़ंड ऐसे वक़्त में लॉन्च हो रहा है जब हाल के महीनों में PSU इंडेक्स भारत के बाक़ी के बाज़ार (BSE 500) से आगे निकल गया है? ये सच है. हालांकि, अगर आप ग्राफ़ में PSU इंडेक्स का लॉन्ग-टर्म परफ़ॉर्मेंस देखें, तो ये लगातार पांच साल के रोलिंग रिटर्न के आधार पर बाक़ी के बाज़ार से पीछे रहा है.

कोटक BSE PSU इंडेक्स फ़ंड के फ़ंड मैनेजर

देवेंद्र सिंघल: वे अगस्त 2015 से कोटक AMC के लिए इक्विटी फ़ंड्स का मैनेजमेंट कर रहे हैं. वे मल्टी-कैप और हाइब्रिड स्ट्रैटजी के लिए एसेट मैनेज करते हैं, और उन्हें फ़ंड मैनेजमेंट और इक्विटी रिसर्च में 22 साल से ज़्यादा का तजुर्बा है.

सतीश डोंडापति : उन्हें ETF के मैनेजमेंट का 16 साल से ज़्यादा का तजुर्बा है, और हाल में वे कोटक म्यूचुअल फ़ंड में 19 फ़ंड्स की देखरेख करते हैं.

अभिषेक बिसेन : 2006 से कोटक से जुड़े हुए, वे 44 डेट स्कीमें मैनेज करते हैं.

हमारी राय

सरकार द्वारा रक्षा ख़र्च में बढ़ोतरी, बुनियादी ढांचे पर ज़्यादा ध्यान देने और ऊंचे कैपिटल एक्सपेंडीचर के बाद पिछले 12 महीनों में PSU इंडेक्स दोगुने से ज़्यादा हो सकता है, लेकिन इसका लॉन्ग टर्म परफ़ॉर्मेंस चौंकाने वाला रहा है.

इसके अलावा, किसी एक ख़ास सेक्टर या थीम में निवेश करना जोख़िम भरा हो सकता है क्योंकि निवेश उस सेक्टर के भविष्य पर बहुत ज़्यादा निर्भर करता है. ये अपने सभी अंडे एक ही टोकरी में रखने जैसा है.

इसके अलावा, जैसा कि पहले बताया गया है, PSU इंडेक्स तीन सेक्टरों पर बहुत ज़्यादा निर्भर है. ये दोहरी मार है क्योंकि आप न सिर्फ PSU की उम्मीदों पर बल्कि इस दुनिया के तीन सबसे बड़े सेक्टरों के भविष्य पर भी निर्भर हैं.

इसके बजाय, फ़्लेक्सी-कैप या मल्टी-कैप फ़ंड जैसे अच्छी तरह से डाइवर्स फ़ंड्स में निवेश करें. अच्छी तरह से डाइवर्स से हमारा मतलब है कि ये फ़ंड अलग-अलग थीम और सेक्टरों में निवेश करते हैं. मिसाल के तौर पर, ज़्यादातर फ़्लेक्सी-कैप फ़ंड इस इंडेक्स (SBI, NTPC और पावर ग्रिड) के टॉप तीन शेयरों में भी निवेश करते हैं, लेकिन चूंकि वे ज़्यादा डाइवर्स हैं, इसलिए वे उनमें सिर्फ़ 5-6 फ़ीसदी निवेश करते हैं.

हालांकि, अगर आपको लगता है कि इस रैली में PSU कंपनियों की ज़्यादा हिस्सेदारी है, तो आप इस फ़ंड में अपने पैसे का 5-10 फ़ीसदी निवेश करने पर सोच सकते हैं.

ये भी पढ़िए - NFO में निवेश से पहले खुद से पूछें ये 3 सवाल


टॉप पिक

वैल्यू रिसर्च एक्सक्लूसिव: मल्टी-कैप फ़ंड्स पर हमारी पहली रेटिंग जारी!

पढ़ने का समय 4 मिनटआशीष मेनन

चार्ली मंगर की असली पूंजी

पढ़ने का समय 5 मिनटधीरेंद्र कुमार

मिड और स्मॉल-कैप एक्टिव फ़ंड चमके हैं इस गिरावट में

पढ़ने का समय 3 मिनटआशीष मेनन

ये सब नज़रअंदाज़ करें

पढ़ने का समय 4 मिनटधीरेंद्र कुमार

लंबे समय के निवेश के लिए म्यूचुअल फ़ंड कैसे चुनें?

पढ़ने का समय 2 मिनटरिसर्च डेस्क

म्यूचुअल फंड पॉडकास्ट

updateनए एपिसोड हर शुक्रवार

Invest in NPS

AI तो है, पर AI नहीं

ऑटोमेटेड, मशीन से मिलने वाली फ़ाइनेंस पर सलाह कैसी होनी चाहिए.

दूसरी कैटेगरी