AI-generated image
लग्ज़री फर्नीचर कंपनी स्टेनली लाइफ़स्टाइल (Stanley Lifestyles) 21 जून 2024 को अपना IPO (इनिशियल पब्लिक ऑफ़रिंग) लेकर आ रही है. निवेश का फ़ैसला लेने में निवेशकों की मदद के लिए, यहां हम कंपनी की ताक़त, कमज़ोरियों और ग्रोथ की संभावनाओं के बारे में बता रहे हैं.
संक्षेप में
-
क्वालिटी:
कंपनी का 3 साल का औसत
रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE)
और
रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (ROCE)
, क्रमशः 9.7 और 11.6 फ़ीसदी रहा है.
-
ग्रोथ:
FY21-23 के दौरान, इसके रेवेन्यू में 46 फ़ीसदी की सालाना बढ़ोतरी हुई. इसी दौरान, इसका नेट प्रॉफ़िट सालाना 464 फ़ीसदी बढ़ा.
-
वैल्यूएशन:
IPO के बाद, स्टॉक वैल्यूएशन 64 गुना
P/E
(प्राइस -टू-अर्निंग रेशियो) और 4.8 गुना P/B (प्राइस-टू-बुक रेशियो) पर किया जाएगा.
- मार्केट में कंपनी की स्थिति: डिस्क्रिशनरी इनकम में बढ़ोतरी, समृद्ध परिवारों की बढ़ती संख्या और तरक़्क़ी करता लग्ज़री रियल एस्टेट मार्केट कंपनी के ग्रोथ ड्राइवर का काम करेंगे. हालांकि, इंडस्ट्री में बहुत ज़्यादा प्रतिस्पर्धा है, जिसमें असंगठित खिलाड़ियों का 74 फ़ीसदी के साथ फ़र्नीचर मार्केट के ज़्यादातर हिस्से पर कब्ज़ा है.
स्टेनली लाइफ़स्टाइल क्या करती है?
स्टेनली लाइफ़स्टाइल एक सुपर-प्रीमियम और लग्ज़री फर्नीचर कंपनी है, जिसके प्रोडक्ट की क़ीमत औसतन ₹1.5 लाख से शुरू होती है. कंपनी अपनी पूरी प्रोडक्ट वैल्यू चेन में वर्टिकली इंटीग्रेटेड है, जिसका मतलब है कि ये अपने प्रोडक्ट की डिज़ाइनिंग, मैन्युफैक्चरिंग और रिटेल बिक्री ख़ुद की ओनरशिप वाले ब्रांडों के ज़रिए करती है. भारत के 21 शहरों में इसके पास ख़ुद की ओनरशिप वाले 38 स्टोर और फ्रैंचाइज़ी ओनरशिप वाले 24 स्टोर हैं. FY23 में, ये रेवेन्यू के मामले में होम फ़र्नीचर सेगमेंट की चौथी सबसे बड़ी कंपनी रही.
स्टेनली लाइफ़स्टाइल की ताक़त
-
स्टोर की संख्या का फ़ायदा:
कंपनी अपने मौज़ूदा स्टोर में ग्राहकों को आकर्षित करने और अपने प्रोडक्ट की अपील बढ़ाने के लिए जूते, बैग आदि जैसी लाइफ़स्टाइल कैटेगरी के तहत नए प्रोडक्ट पेश करने की योजना बना रही है.
- पूरी तरह से इंटीग्रेटेड ऑपरेशन: कंपनी मैन्युफ़ैक्चरिंग से लेकर रिटेल बिक्री तक पूरी प्रोडक्ट वैल्यू चेन में ऑपरेशन मैनेज करती है. इससे उन्हें ऑपरेटिंग लेवरेज मिलता है, जो उनके ऑपरेटिंग प्रॉफ़िट मार्जिन में साफ़ झलकता है जो FY21 में 4.6 फ़ीसदी से बढ़कर FY23 में 13 फ़ीसदी हो गया.
स्टेनली लाइफस्टाइल की कमज़ोरियां
-
ज़्यादा इन्वेंट्री डेज़:
कंपनी ने FY24 के नौ महीनों (9M FY24) में 251 इन्वेंट्री डेज़ दर्ज़ किए. FY22-23 के बीच इसके औसत इन्वेंट्री डेज़ 242 थे, जो दर्शाता है कि इंडस्ट्री में ग्राहकों की प्राथमिकताएं लगातार बदल रही हैं. यही कारण है कि इसे अपना स्टॉक मैनेज करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.
- सप्लायर कॉन्सेंट्रेशन: इसका मुख्य कच्चा माल 'चमड़ा' है, जो FY24 के 9M में इसके कुल कच्चे माल के ख़र्च का 42 फ़ीसदी था. इस कच्चे माल की सप्लाई मुट्ठी भर सप्लायर द्वारा की जाती है. ये बात इसकी बार्गेनिंग पॉवर को कमज़ोर करती है. FY24 में टॉप पांच सप्लायर ने कुल चमड़े की सप्लाई में 98 फ़ीसदी का योगदान दिया.
IPO की डिटेल
IPO का कुल साइज़ (करोड़ ₹) | 537 |
ऑफर फॉर सेल (करोड़ ₹) | 337 |
नए इशू (करोड़ ₹) | 200 |
प्राइस बैंड (₹) | 351-369 |
सब्सक्रिप्शन की तारीख़ | 21 से 25 जून, 2024 |
उद्देश्य | नए स्टोर और मशीनरी ख़रीदना |
IPO के बाद
मार्केट कैप (करोड़ ₹) | 2,104 |
नेट वर्थ (करोड़ ₹) | 437 |
प्रमोटर होल्डिंग (%) | 56.8 |
प्राइस/अर्निंग रेशियो (P/E) | 64.1 |
प्राइस/बुक रेशियो (P/B) | 4.8 |
फ़ाइनेंशियल्स हिस्ट्री
फ़ाइनेंशियल्स (करोड़ ₹) | 2Y CAGR (%) | FY23 | FY22 | FY21 |
---|---|---|---|---|
रेवेन्यू | 46.3 | 419 | 292 | 196 |
EBIT (OI छोड़कर) | 144.7 | 55 | 37 | 9 |
PAT | 464.3 | 33 | 21 | 1 |
नेट वर्थ | 8.8 | 217 | 200 | 183 |
कुल डेट | 31.5 | 151 | 130 | 88 |
EBIT (OI छोड़कर) -- अर्निंग बिफ़ोर इंटरेस्ट एंड टैक्स (दूसरी इनकम छोड़कर)
PAT -- प्रॉफ़िट आफ्टर टैक्स |
प्रमुख रेशियो
रेशियो | 3 साल का औसत | FY23 | FY22 | FY21 |
---|---|---|---|---|
ROE (%) | 9.7 | 16.3 | 11.8 | 1 |
ROCE (%) | 11.6 | 16.6 | 12.9 | 5.5 |
EBIT मार्जिन (%) | 10.1 | 13 | 12.8 | 4.6 |
डेट-टू-इक्विटी | 0.6 | 0.7 | 0.6 | 0.5 |
ROE -- रिटर्न ऑन इक्विटी ROCE -- रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड |
ये भी पढ़िए - Mutual Fund स्कीम स्विच करने पर कितना Tax लगता है?
रिस्क रिपोर्ट
कंपनी और बिज़नस
-
क्या पिछले 12 महीनों में स्टेनली लाइफ़स्टाइल की अर्निंग बिफ़ोर टैक्स ₹50 करोड़ से ज़्यादा है?
नहीं. FY2024 के नौ महीनों में कंपनी का प्रॉफ़िट बिफ़ोर टैक्स (profit before tax यानी PAT) ₹25 करोड़ था और FY23 में ₹46 करोड़ था.
-
क्या स्टेनली लाइफ़स्टाइल अपना बिज़नस बढ़ा पाएगी?
हां. समृद्ध ग्राहकों की बढ़ती संख्या और प्रीमियम प्रोडक्ट के प्रति उनकी बढ़ती पसंद से कंपनी को अपना क़ारोबार बढ़ाने में मदद मिलेगी.
-
क्या स्टेनली लाइफ़स्टाइल के पास लॉयल कस्टमर बेस है और क्या ये कंपनी किसी जाने-माने ब्रांड से जुड़ी है?
नहीं. कंपनी अभी भी अपना ब्रांड बना रही है और इंडस्ट्री में स्विचिंग कॉस्ट कम है.
-
क्या कंपनी के पास कॉम्पिटेटिव एडवांटेज़ है?
नहीं. वैसे तो ये फ़र्नीचर इंडस्ट्री की टॉप चार कंपनियों में से एक है, लेकिन इसे दूसरे संगठित और असंगठित खिलाड़ियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है.
मैनेजमेंट
-
क्या कंपनी के संस्थापकों में से किसी के पास अभी भी कंपनी में कम से कम 5 फ़ीसदी हिस्सेदारी है? या क्या प्रमोटरों के पास कंपनी में 25 फ़ीसदी से ज़्यादा हिस्सेदारी है?
हां, IPO के बाद प्रमोटरों की हिस्सेदारी 56.8 फ़ीसदी हो जाएगी.
-
क्या टॉप तीन मैनजरों के पास कंपनी में काम करते हुए कुल मिलाकर 15 साल से ज़्यादा का लीडरशिप अनुभव है?
हां. प्रमुख मैनेजरों और सीनियर मैनेजमेंट के पास कुल मिलाकर 15 साल से ज़्यादा का अनुभव है.
-
क्या मैनेजमेंट पर भरोसा किया जा सकता है? क्या कंपनी SEBI दिशानिर्देशों के तहत साफ़-सुथरी रिपोर्ट जारी करती है?
हां. कोई नेगेटिव जानकारी उपलब्ध नहीं है.
-
क्या कंपनी की एकाउंटिंग पॉलिसी ठीक है?
हां. कोई नेगेटिव जानकारी उपलब्ध नहीं है.
-
क्या कंपनी प्रमोटरों के शेयर गिरवी होने मुक्त है?
हां. कोई शेयर गिरवी नहीं रखे हैं.
फ़ाइनेंशियल
-
क्या कंपनी का वर्तमान और तीन साल का औसत रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) 15 फ़ीसदी से ज़्यादा और औसत रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (ROCE) 18 फ़ीसदी से ज़्यादा है?
नहीं. इसका तीन साल का औसत ROE और ROCE क्रमशः 9.7 और 11.6 फ़ीसदी है. FY2023 में, इसका ROE और ROCE क्रमशः 16.3 और 16.6 फ़ीसदी था.
-
क्या पिछले तीन साल के दौरान कंपनी का ऑपरेटिंग कैश फ़्लो पॉज़िटिव रहा है?
हां. कंपनी का ऑपरेटिंग कैश फ़्लो (फ़ाइनेंसिंग हेड में शामिल लीज़ रेंटल को छोड़कर भी) पिछले तीन साल (FY21-23) में पॉज़िटिव रहा है.
-
क्या कंपनी का नेट डेट-टू-इक्विटी रेशियो 1 से कम है?
हां. दिसंबर 2023 तक कंपनी का नेट डेट-टू-इक्विटी रेशियो 0.9 गुना था.
-
क्या कंपनी रोज़मर्रा के कामों के लिए बड़ी वर्किंग कैपिटल पर निर्भरता से मुक्त है?
नहीं. ज़्यादा इन्वेंट्री डेज़ के कारण कंपनी का कैश कन्वर्जन साइकिल लंबा है. इसने FY23 में 148 दिनों का कैश कन्वर्जन साइकिल दर्ज़ किया.
-
क्या कंपनी अगले तीन साल में बाहरी फ़ंडिंग पर निर्भर हुए बिना अपना बिज़नस चला सकती है?
हां. IPO से मिली राशि ये पक्का करेगी कि इसके बिज़नेस ऑपरेशन किसी बाहरी फ़ंडिंग के बिना सुचारू रूप से चले.
-
क्या कंपनी बड़ी कंटिंजेंट लाएबिलिटी से मुक्त है?
हां. इक्विटी के प्रतिशत के रूप में इसकी कंटिंजेंट लाएबिलिटी FY24 के 9M में 5.2 प्रतिशत रहीं.
वैल्यूएशन
-
क्या स्टॉक अपनी एंटरप्राइज़ वैल्यू पर 8 फ़ीसदी से ज़्यादा की ऑपरेटिंग अर्निंग यील्ड देता है?
नहीं. IPO के बाद, स्टॉक अपनी एंटरप्राइज़ वैल्यू पर 2.4 फ़ीसदी की अर्निंग यील्ड देगा.
-
क्या स्टॉक का प्राइस-टू-अर्निंग रेशियो अपनी जैसी दूसरी कंपनियों के औसत से कम है?
ये 64.1 गुना के P/E रेशियो पर क़ारोबार करेगा. इसके दूसरे साथी लिस्टेड नहीं हैं.
-
क्या स्टॉक की प्राइस-टू-बुक वैल्यू अपनी जैसी दूसरी कंपनियों के औसत स्तर से कम है?
ये 4.8 गुना के P/E रेशियो पर क़ारोबार करेगा. इसके दूसरे साथी लिस्टेड नहीं हैं.
डिस्क्लेमर: ये निवेश का सुझाव नहीं है. निवेश करने से पहले ज़रूरी जांच-पड़ताल ज़रूर करें.
ये भी पढ़िए - IPO के लिए होड़ फिर शुरू