बजट एयरलाइन कैरियर स्पाइसजेट ने अपना कैश रिज़र्व बढ़ाने के लिए ₹2,250 करोड़ जुटाने की योजना का ऐलान किया है. कंपनी इक्विटी शेयरों और कन्वर्टिबल वारंट्स के प्राइवेट प्लेसमेंट के ज़रिए से कैपिटल जुटाने की योजना बना रही है. एलारा इंडिया अपॉर्च्युनिटीज़ फ़ंड और प्रभुदास लीलाधर जैसे प्रमुख इनवेस्टर इस फ़ंडरेजिंग की योजना में भाग ले सकते हैं.
फडं जुटाने की वजह
स्पाइसजेट फ़ाइनेंशियल ईयर 2019 से ही घाटे से जूझ रही है और वर्तमान में उसके सामने नकदी का भारी संकट है. सितंबर 2023 तक इसका कुल कर्ज़ ₹6,736 करोड़ तक पहुंच गया है.
पूंजी निवेश एयरलाइन की अपनी वित्तीय स्थिति को बेहतर बनाने की रणनीति का हिस्सा है. मैनेजमेंट ने कहा कि पूंजी का इस्तेमाल उसकी बैलेंस शीट पर दबाव कम करने, परिचालन विस्तार, बेड़े को बढ़ाने, नेटवर्क का विस्तार करने और तकनीकी सुधार के लिए किया जाएगा.
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निवेशकों के लिए अहम बात
कंपनी कम ईंधन और रखरखाव लागत की वजह से दूसरी तिमाही में अपना नेट लॉस कम करने में कामयाब रही है. हालांकि, कुल 6,000 करोड़ रुपये से ज़्यादा का कर्ज़ चिंताजनक है. एक सकारात्मक कदम के ज़रिए से पूंजी निवेश, उस संबंध में कंपनी के पक्ष में स्थिति को मोड़ने में सक्षम नहीं हो सकता है. हालांकि, इस पूंजी से इक्विटी बेस (-) ₹5,667 करोड़ से सुधरकर (-) ₹3,113 करोड़ होने का अनुमान है.
यहां हाल के दिनों में एयरलाइन ऑपरेटर की वित्तीय हालत का एक ख़ाका दिया गया है.
FY24 की दूसरी तिमाही में वित्तीय प्रदर्शन
Q2 FY24 | Q2 FY23 | YoY बदलाव (%) | |
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ऑपरेशन से रेवेन्यू (₹करोड़) | 1429 | 1954 | -26.9 |
ऑपरेटिंग प्रॉफ़िट (₹करोड़) | 1176 | 1482 | -20.6 |
ऑपरेटिंग प्रॉफ़िट मार्जिन (%) | 82.3 | 75.8 | |
नेट प्रॉफ़िट (₹करोड़) | -431.5 | -837.8 | -48.5 |
डेट टू इक्विटी (₹करोड़) | -0.29 | -0.2 |
अतीत में फ़ाइनेंशियल परफ़ॉर्मेंस
FY23 | FY22 | FY21 | 2Y CAGR (%) | |
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ऑपरेशन से रेवेन्यू (₹करोड़) | 8874 | 6604 | 5171 | 31 |
ऑपरेटिंग प्रॉफ़िट (₹करोड़) | -1006 | -913 | -36 | -425.3 |
ऑपरेटिंग प्रॉफ़िट मार्जिन (%) | -11.3 | -13.8 | -0.7 | |
नेट प्रॉफ़िट (₹करोड़) | -1513 | -1744 | -1030 | -21.2 |
डेट टू इक्विटी (₹करोड़) | -0.2 | -0.3 | -0.41 |
ये भी ध्यान रखना ज़रूरी है कि भारतीय एयरलाइन इंडस्ट्री बहुत ज़्यादा अस्थिर और प्रतिस्पर्धी है. किसी भी एयरलाइन ऑपरेटर में निवेश करने से पहले, निवेशकों को ये आकलन करना चाहिए कि क्या उनकी जोख़िम उठाने की क्षमता इंडस्ट्री के स्वरूप के हिसाब से है.
साथ ही, यह आर्टिकल स्टॉक की रिकमंडेशन नहीं है. कृपया निवेश से पहले जांच पड़ताल कर लें.