फ़र्स्ट पेज

अयोग्यता के डोनट से दूर रहें

आपको क्या नहीं करना है, ये सफलता के सीक्रेट का बड़ा हिस्सा है

अयोग्यता के डोनट से दूर रहें


क्या आप जानते हैं फ़ार्नम स्ट्रीट क्या है? ये एक ऑनलाइन पब्लिकेशन है, जिसका नाम यूनाइटेड स्टेट्स के छोटे से शहर ओमाहा की एक सड़क के नाम पर है। इसी सड़क पर बर्कशायर हैथवे का हैडक्वार्टर भी है। फ़ार्नम स्ट्रीट वेबसाईट (fs.blog) ख़ुद को ‘ब्रेन फ़ूड’ कहती है। ये वेबसाइट, इन्वेस्टमेंट या वॉरेन बफ़ेट के बारे में नहीं है। हालांकि जो भी इस वेबसाइट को पढ़ता है, उसे इनमें एक तरह का कनेक्शन नज़र आएगा। इसे ऐसा कनेक्शन कहा जा सकता है, जो ब्लॉग में कही बातों, बफ़ेट, और उनके सहयोगियों की सोच के बीच, एक सी थीम की तरह लगेगा।

ऐसी ही एक दिलचस्प थीम है ‘सर्कल ऑफ़ कॉम्पिटेंस’ या योग्यता के दायरे की। फ़ार्नम स्ट्रीट ब्लॉग पर, टेड विलियम्स नाम के बेसबॉल प्लेयर की बड़ी रोचक कहानी है। ब्लॉग के मुताबिक़, टेड इस खेल के सबसे महान हिटर थे। मेरी बेसबॉल की जानकारी न के बराबर है, इसलिए आपको ज़रा धीरज रखना होगा। विलियम्स अपने करियर में 40 प्रतिशत बॉल हिट करने में सफल रहे, जो इस खेल में असाधारण बात मानी जाती है। आर्टिकल में एक दिलचस्प डायग्राम के ज़रिए विलियम्स की सफलता उसमें बतायी है, ‘जिसे वो हिट करने की कोशिश नहीं करते थे’। यानि जिस बॉल को वो अपने बैट से छूते भी नहीं थे वही उनकी सफलता का राज़ है। दरअसल उन्हें पता था कि उनकी सफलता का ज़ोन कौन सा है (मेरी समझ से क्रिकेट की लाइन और लेंथ जैसा), जहां बॉल हिट करनी है और वो उस हर बॉल को वो छोड़ दिया करते थे, जो उस ज़ोन से बाहर होती।

यही ज़ोन उनका ‘योग्यता का दायरा’ था। इस योग्यता के दायरे के बाहर की चीज़ को बयान करने के लिए मेरा फ़्रेज़ है, ‘अयोग्यता का डोनट’ या अयोग्यता का गोल गढ्ढा। दायरा जितना बड़ा हो, अच्छा है और डोनट यानि गोल गढ्ढा जितना छोटा हो, बेहतर होता है। मगर यहां अहम बात ये है कि आपको अपने दायरे की सीमा पता होनी चाहिए और इस सीमा के भीतर ही रहना चाहिए। ये बात काफ़ी प्रसिद्ध है कि बफ़ेट और मंगर टेक्नोलॉजी स्टॉक में निवेश करने से बचते रहे। आज ऐप्पल में उनकी बड़ी होल्डिंग ज़रूर है, पर उन्होंने इसमें तभी निवेश किया, जब ये जानी-मानी लक्ज़री कस्टमर ड्यूरेबल कंपनी बन गई। उनके बारे में लोग ये भी कहते हैं कि दोनों ने टेकनोलॉजी की ग्रोथ को आंकने में ग़लती की।

मंगर अपने करियर के शुरुआती दिनों का एक मज़ेदार क़िस्सा सुनाते हैं, जो इसी से जुड़ा है। उनके ख़रीदे शुरुआती स्टॉक में, विलियम मिलर इन्स्ट्रुमेंट्स के स्टॉक थे। इस कंपनी ने साउंड रिकॉर्डिंग का एक नया तरीक़ा ईजाद किया था। ये एक बेहतर वैक्स सिलेंडर की तरह था। इन्वेंटर की सोच थी कि ये रिकॉर्डिंग टेक्नोलॉजी दुनिया भर में छा जाएगी और मंगर भी यही सोचते थे। हालांकि इसी दौरान, किसी और ने मैग्नेटिक टेप का आविष्कार कर दिया। ये टेप इतना अच्छा था कि जिस कंपनी में मंगर ने निवेश किया, वो कुल तीन ही इन्स्ट्रुमेंट्स बेच पाई। मंगर का सारा इन्वेस्टमेंट बेकार हो गया।

इस अनुभव को लेकर एक आम प्रतिक्रिया ये होती, कि हर टेक्नोलॉजी के बारे में ज़्यादा-से-ज़्यादा जानकारी हासिल की जाए और भविष्य में बेहतर अनुमान लगाए जाएं। पर नहीं, मंगर का ये निष्कर्ष नहीं था। इसके उलट, उन्होंने फ़ैसला किया कि बदलती हुई टेक्नोलॉजी ऐसी चीज़ है, जिससे दूर ही रहना बेहतर है। अगर आपके पास निवेश करने के लिए दो चीज़े हैं, एक, जिसे आप जानते हैं और दूसरी, जिसे नहीं जानते, तो उसमें निवेश करने का क्या तुक है जिसे आप नहीं जानते? इस बात को 75 साल हो चुके हैं, मंगर और बफ़ेट का अपनी जानकारी के दायरे में रह कर निवेश करने की सीख ने उनका काफ़ी भला किया है। मंगर ख़ुद कहते हैं, “मैं मूर्ख बनने से बचता हूं। मैं अपनी समझ के दायरे के बाहर सफल होने की कोशिश नहीं कर रहा हूं। ये सबसे महत्वपूर्ण है कि आप ये समझें आपकी योग्यता कहां है, और कहां नहीं। इंसान का दिमाग़ उसे ये भरोसा दिलाने में लगा रहता है कि वो असलियत से कहीं ज़्यादा स्मार्ट है। अपनी नाक अपनी ग़लतियों में रगड़नी चाहिए।”

यही काम बड़ा मुश्किल है-अपनी ग़लतियों में अपनी नाक रगड़ने का, मगर यही सफलता के सीक्रेट्स में से एक है। जब हमारा निवेश ग़लत हो जाता है, तो हममें से ज़्यादातर लोग ये साबित करने में लग जाते हैं कि क्यों हमें इस बात के लिए ज़िम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए, कि जो हुआ है उसका पता पहले से लगाया ही नहीं जा सकता था।

मैं मानता हूं, ये कहना आसान है कि अयोग्यता के डोनट में भटकना नहीं चाहिए, और इस पर अमल करना भी मुश्किल हो सकता है। आख़िर जब हम निवेश की शुरुआत करते हैं, तो हममें से बहुत कम ही लोग इसे ठीक से समझते हैं। जीवन के अनुभवों की सीमा को ध्यान से देखें तो योग्यता का दायरा, एक दायरा न हो कर एक बिंदु की तरह लगेगा। तो इन सीमाओं के साथ शुरुआत कैसे की जाए? इसका स्पष्ट-और बेहद क़ारगर-जवाब है, म्यूचुअल फ़ंड। जिसके लिए अपनी जानकारी बढ़ाने और सीखने की ताक़त लगाई जानी चाहिए। ये कहना कि ‘मैं X के बारे में नहीं जानता’ इसे छोड़ देना चाहिए, और ये कहना चाहिए कि ‘मैं अभी X को नहीं जानता’।


टॉप पिक

वैल्यू रिसर्च एक्सक्लूसिव: मल्टी-कैप फ़ंड्स पर हमारी पहली रेटिंग जारी!

पढ़ने का समय 4 मिनटआशीष मेनन

चार्ली मंगर की असली पूंजी

पढ़ने का समय 5 मिनटधीरेंद्र कुमार

मिड और स्मॉल-कैप एक्टिव फ़ंड चमके हैं इस गिरावट में

पढ़ने का समय 3 मिनटआशीष मेनन

ये सब नज़रअंदाज़ करें

पढ़ने का समय 4 मिनटधीरेंद्र कुमार

लंबे समय के निवेश के लिए म्यूचुअल फ़ंड कैसे चुनें?

पढ़ने का समय 2 मिनटरिसर्च डेस्क

वैल्यू रिसर्च धनक पॉडकास्ट

updateनए एपिसोड हर शुक्रवार

Invest in NPS

बाज़ार में उथल-पुथल है? आप गहरी सांस लीजिए

मार्केट की उठापटक के दौरान आपके शांत रहने की एक आसान गाइड

दूसरी कैटेगरी