₹10 लाख आपके लिए बहुत अहम हो सकते हैं या ये आपके लिए बहुत छोटी रक़म हो सकती है. अगर ये आपके लिए बहुत छोटी रक़म है तो आप जोख़िम ले सकते हैं और इसे एकमुश्त निवेश कर सकते हैं. लेकिन एक अच्छी रकम को एकमुश्त निवेश करने का विचार कभी अच्छा नहीं हो सकता. आपको एक बड़ी रक़म कभी भी एकमुश्त निवेश नहीं करनी चाहिए, क्योंकि बाज़ार में तेज़ गिरावट आने पर हम घबरा जाते हैं. अगर आपके निवेश के बाद बाज़ार 10 फ़ीसदी तक गिर जाता है तो आपकी टेंशन बढ़ जाएगी. इसका नतीजा ये होगा कि आप बाज़ार से रक़म निकाल सकते हैं और आप इक्विटी में लंबी अवधि के लिए निवेश करने के मकसद से दूर हो जाएंगे.
ऐसे में थोड़ा-थोड़ा और लगातार निवेश करने के अपने फ़ायदे हैं. हां, अगर कम जोख़िम लेना चाहते हैं तो आप अगले 12-15 महीने में निवेश करें और अगर ये रक़म आपके लिए अहम है तो इसे 18- 36 माह की अवधि में फैला कर निवेश करें. अगर रक़म आपके लिए बहुत अहम नहीं है और ये रक़म आपने पिछले साल ही बचाई है तो इसे अगले छह महीने के दौरान निवेश करें. इस तरह से आप निवेश की लागत को एवरेज कर लेंगे.
अगर मेरी सलाह पर अमल करेंगे तो आप एकमुश्त रक़म निवेश करने और थोड़ा ज़्यादा रिटर्न हासिल करने का मौक़ा गंवा देंगे. लेकिन मेरा मानना है कि अनुशासित और धैर्यवान निवेशक बनने का फ़ायदा आपको जीवन भर मिलेगा.
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