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क्‍या किसी को एसआईपी के जरिए गोल्‍ड फंड में निवेश करना चाहिए ?

धीरेंद्र कुमार बता रहे हैं कि लंबी अवधि के लिए गोल्‍ड में निवेश करना फायदेमंद है या नहीं

क्‍या किसी को एसआईपी के जरिए गोल्‍ड फंड में निवेश करना चाहिए ?


क्‍या एसआईपी के जरिए अगले पांच साल के लिए गोल्‍ड फंड में निवेश का सुझाव देंगे ? दूसरे विकल्‍प क्‍या हैं ?
- कौशिक चटर्जी
आम तौर पर किसी को भी गोल्‍ड फंड में निवेश नहीं करना चाहिए। और गोल्‍ड में लंबी अवधि के लिए भी निवेश नहीं करना चाहिए क्‍योंकि मेरा मानना है कि गोल्‍ड आपके रकम की वैल्‍यू को सुरक्षित रखता है लेकिन यह रकम को बढ़ाता नहीं है। जब आप बॉण्‍ड या किसी तरह के फिक्‍स्ड इनकम में निवेश करते हैं तो आप अपनी रकम किसी को उधार देते हैं। वह आपकी रकम का इस्‍तेमाल करता है और आपको एक अनुमानित रिटर्न देता है। वहीं जब आप इक्विटी में निवेश करते हैं तो आप आनुपातिक ओनरशिप लेते हैं और आप उसी के अनुपात में लाभ के हकदार बन जाते हैं। यह लाभ आपको कमाई या डिवीडेंड के तौर पर मिलता है। जब आप गोल्‍ड में निवेश करते हैं तो आपकी रकम एक कोने में पड़ी रहती है। यह उत्‍पादक असेट नहीं है। ऐसे मे आम तौर पर लंबी अवधि के निवेश से बचना चाहिए।

लेकिन यह एक ऐसी असेट है जिसका सबसे पुराना इतिहास और विरासत है। ऐसे में गोल्‍ड का अपना आकर्षण है। गोल्‍ड में निवेश करने के कई तरीके हैं। एक तरीका है ज्‍वैलरी। आप ज्‍वैलरी पहनते हैं लोगों को दिखाते हैं और इसे खरीदने पर रकम खर्च करते हैं। लेकिन इसमें मेकिंग चार्ज लगता है। ऐसे में यह एक निवेश नहीं है। मेरा मानना है कि यह उपभोग करने के लिए है।

इसी तरह से गोल्‍ड बार्स, क्‍वाइन और दूसरी चीजों के मामले में मेरा मानना है कि इसे खरीदना आसान है। लेकिन मुझे नहीं पता कि इसे बेचना और रकम निकालना कितना आसान है। गोल्‍ड में निवेश करने का एक और तरीका गोल्‍ड ईटीएफ के तौर पर है। लेकिन इसमें निवेश की एक लागत है यानी एक्‍सपेंश रेशियो। इसके अलावा अगर आपके पास डीमैट अकाउंट नहीं है तो आप इसे नहीं खरीद सकते हैं। इसे खरीदने में यह एक बाधा है। इसके बाद म्‍युचुअल फंड जैसे गोल्‍ड फंड हैं जो गोल्‍ड ईटीएफ रखते हैं। इनमें निवेश की लागत ईटीएफ से थोड़ी अधिक होती है।

लेकिन मेरा मानना है कि गोल्‍ड में निवेश करने का सबसे अच्‍छा तरीका सॉवरेन गोल्‍ड बॉण्‍ड (एसजीबी) खरीदना है। भारतीय निवेशकों के लिए यह एक दिलचस्‍प विकल्‍प है और इसे खरीदना आसान है क्‍योंकि सरकार इनको अक्‍सर जारी करती रहती है। ऐसे में आप बैंक के जरिए इसे सरकार से सीधे खरीद सकते हैं। सरकार में साल मे कई बार एसजीबी जारी करती है। इंडीविजुअल निवेशक के लिए यह सेकेंडरी मार्केट में भी उपलब्‍ध है। यहां भी इसे खरीदना आसान है क्‍योंकि आज बहुत से ऑनलाइन ब्रोकर हैं जो आपका ये बॉण्‍ड खरीदने की सुविधा मुहैया कराते हैं।

ये एसजीबी आपको न केवल गोल्‍ड पर रिटर्न देते हैं बल्कि गोल्‍ड की कीमत का ढाई फीसदी सालाना रिटर्न भी देते हैं। गोल्‍ड की कीमत कम या हो ज्‍यादा रिटर्न पर इसका असर नहीं पड़ता है। तो गोल्‍ड की कीमतों में बदलाव पर अतिरिक्‍त रिटर्न इसे काफी आकर्षक बनाता है। इसके अलावा अगर आप इसे सीधे सरकार से खरीदते हैं पूरी अवधि तक रखते हैं तो इस अवधि का रिटर्न टैक्‍स फ्री हो जाता है। यह अवधि आठ साल होती है। ऐसे में भारतीय निवेशकों के लिए गोल्‍ड में निवेश करने का सबसे बेहतर तरीका सॉवरेन गोल्‍ड बॉण्‍ड हैं।

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