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अगर हम स्मॉल कैप पोर्टफ़ोलियो बनाते हैं, तो उसे कम उतार-चढ़ाव वाले पोर्टफ़ोलियो में कैसे बदल सकते हैं जो SWP के लायक़ हो? या फिर, क्या हम बड़े कॉर्पस वाले स्मॉल कैप फ़ंड में SWP लागू कर सकते हैं? - हरिहरन अनंतनारायणन
स्मॉल कैप में निवेश रिस्क वाला होता है. हमने इसे आपकी स्थिति के मुताबिक़ समझने की कोशिश की है. मान लीजिए स्मॉल कैप फ़ंड में ₹1 करोड़ लगाए जाते हैं और 2006 से हर साल उसमें से 10 फ़ीसदी निकाला जाता रहा है. इसके बावजूद, निवेश फिर भी बढ़ कर ₹6.3 करोड़ हो जाएगा. इससे पता चलता है कि स्मॉल कैप फ़ंड में कितना रिटर्न मिलता है. हालांकि, मैं ये नहीं कह रहा कि आप सालाना 10% निकालें. आमतौर पर, हम शुरुआती सालों में निवेशकों को पैसे निकालने के मामले में कंज़रवेटिव रहने की सलाह देते हैं.
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अब सोचिए कि उसी ₹1 करोड़ के निवेश से हर साल सिर्फ़ 2 प्रतिशत निकाले जाएं तो क्या होगा. ऐसे में, निवेश की क़ीमत बढ़कर ₹18.7 करोड़ हो जाएगी. मेरा सुझाव ये है: अगर आपके पास अच्छे-ख़ासे दूसरे निवेश हैं और उसका बड़ा हिस्सा स्मॉल कैप में लगा है, और आप 3 फ़ीसदी से कम पैसा निकालते हैं, तो आप अपना निवेश स्मॉल कैप में रख सकते हैं. साथ ही, ये तरीक़ा बाज़ार की गिरावट में आपकी नींद उड़ने से बचा सकता है.
अगले 20-30 साल में, 2008 की तरह दो या तीन बड़े मार्केट क्रैश हो सकते हैं. उस दौरान, बाज़ार ठप्प पड़ जाएंगे, और स्मॉल कैप में भारी गिरावट देखने को मिलेगी. हालांकि, अगर आप सालाना सिर्फ़ 2 फ़ीसदी निकालते रहे हैं, तो आप बिना किसी घबराहट के उस गिरावट को झेल पाएंगे. ऐसे दौर में अपका आत्मविश्वास और अनुभव निवेश रणनीति में टिके रहने के लिए बड़ा काम आता है. लंबे समय के निवेश में "टिके रहने" की ख़ूबी ज़रूरी होती है, जिसका आधार मार्केट के उतार-चढ़ावों को लेकर आपकी समझ होती है.
एक और उदाहरण से समझते हैं. अगर आपने इक्विटी सेविंग्स फ़ंड में निवेश किया है - जो एक बहुत ही कंज़रवेटिव निवेश का ज़रिया है - और रिटायरमेंट के दौरान सालाना 4 फ़ीसदी निकालना शुरू कर दिया है, तो आपका निवेश (ये मानते हुए कि निवेश 2005 में शुरू हुआ) बढ़कर ₹1.73 करोड़ हो जाएगा. और ये रिटर्न वाक़ई में काफ़ी आकर्षक है.
ज़रूरी ये है कि आपको स्मॉल कैप के उतार-चढ़ावों का पता होना चाहिए. अगर आप उतार-चढ़ाव झेल सकते हैं, तो स्मॉल कैप काफ़ी फ़ायदेमंद साबित हो सकते हैं. पर अगर, आपको उतार-चढ़ाव झेलना मुश्किल लगता है, तो आपको कंज़रवेटिव निवेश के बारे में सोचना चाहिए.
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