सोचिए, एल्सिड इन्वेस्टमेंट (Elcid Investments) का एक शेयर आपको 113 Asian Paints के शेयर, पांच साल के लिए Netflix, Amazon Prime और Disney+ के सब्सक्रिप्शन, चार iPhone 15 Pro Max फोन, या एक नई Royal Enfield बाइक दिला सकता है. लेकिन, सच तो ये है कि इस शेयर को ख़रीद पाना लगभग असंभव है.
Google पर "Why am I not able to buy Elcid Investments shares? (मैं एल्सिड इन्वेस्टमेंट्स का शेयर क्यों नहीं ख़रीद पा रहा हूं?)" सबसे ज़्यादा खोजे जाने वाले सवालों में से एक है. इसका कारण है इसका लो फ़्री फ़्लोट (low free float), यानी कंपनी के शेयरों का वो हिस्सा जो पब्लिक ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध है. Elcid की क़ीमत लगभग ₹2.8 लाख है और इसे भारत का सबसे महंगा शेयर माना जाता है. लेकिन इसके कुल 2 लाख शेयरों में से 1.5 लाख शेयर कंपनी के प्रमोटरों के पास हैं, और पब्लिक के लिए केवल 50,000 शेयर बचे हैं, जिन्हें 322 शेयरहोल्डर ने ले रखा है.
29 अक्टूबर को, Elcid का शेयर स्पेशल कॉल ऑक्शन में एक ही दिन में 66,92,535% तक उछल गया, जिसने इसे सुर्खियों में ला दिया.
Elcid जैसी कंपनियों के पीछे का रहस्य क्या है?
Elcid जैसी ही कुछ और कंपनियां हैं, जिनकी वैल्यू तो आकर्षक है, लेकिन इन्हें मार्केट में ख़रीदना लगभग नामुमकिन है. इनके फ़ाइनेंशियल भी मज़बूत हैं. ये हैं:
1. Taparia Tools
Taparia Tools एक ख़ास टूल बनाने वाली कंपनी है, जिसका P/E रेशियो सिर्फ 0.12 है और इसका मार्केट कैप केवल ₹14 करोड़ है. कंपनी ने बीते पांच साल में 12% की सालाना रेवेन्यू ग्रोथ दर्ज़ की है और 400% से ज्यादा का डिविडेंड यील्ड दिया है.
लेकिन, इसके शेयरों की लिक्विडिटी बेहद कम है. बीते 497 ट्रेडिंग दिनों में Taparia Tools का शेयर सिर्फ 1% समय ही ट्रेड हुआ है. 904 शेयरहोल्डर के साथ इसका फ़्री फ्लोट लगभग न के बराबर है.
2. Southern Gas
Southern Gas इंडस्ट्रियल और मेडिकल गैस बनाती है. इसका P/E रेशियो 0.03 और मार्केट कैप केवल ₹0.05 करोड़ है.
पिछले तीन सालों में इसने 5% की सालाना रेवेन्यू ग्रोथ दर्ज़ की है और 220% से ज्यादा का डिविडेंड यील्ड दिया है. लेकिन इसके शेयरहोल्डर की संख्या सिर्फ 99 है, जिससे इसकी लिक्विडिटी बेहद कम है.
3. Apis India
Apis India एक FMCG कंपनी है जो शहद, जैम और ड्राई फ्रूट्स बनाती है. इसका P/E रेशियो 4.8 और P/B रेशियो 1 से कम है. इसका मार्केट कैप ₹147 करोड़ है.
पिछले पांच साल में, कंपनी ने 5% की सालाना रेवेन्यू ग्रोथ दर्ज़ की है और क्रमशः 9 और 7 फ़ीसदी का औसत ROE और ROCE हासिल किया है. उल्लेखनीय रूप से, सितंबर 2024 को समाप्त होने वाले 12 महीनों के लिए इसका ROE बढ़कर 19 फ़ीसदी हो गया है, जो बेहतर प्रॉफ़िटेबिलिटी को दर्शाता है. इसके अलावा, कंपनी ने अपने क़र्ज़ को ₹100 करोड़ से घटाकर ₹73 करोड़ कर लिया है, जिससे इसका डेट-टू-इक्विटी रेशियो कम होकर 0.05 गुना हो गया है. लेकिन इसके केवल 23 शेयरहोल्डर हैं, जिससे इसका फ़्री फ्लोट बेहद कम है.
पैनी स्टॉक के रिस्क
इन शेयरों को ख़रीदना जितना रोमांचक लगता है, उतना ही जोख़िम भरा है. Elcid Investments का जबरदस्त उछाल एक असामान्य घटना थी, जो SEBI के स्पेशल कॉल ऑक्शन के कारण हुआ. इस तरह के दूसरे शेयरों से भी यही उम्मीद करना सही नहीं होगा.
अगर आप इन शेयरों में निवेश करने का सोच रहे हैं, तो ध्यान रखें कि लिक्विडिटी की कमी के कारण आप एक बेकार निवेश में फंस सकते हैं.
डिस्क्लेमर: ये निवेश सलाह नहीं है. निवेश से पहले अपने स्तर पर जांच-पड़ताल ज़रूर करें.