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अगर आप फ़ाइनेंस से जुड़ी ख़बरों पर नज़र रखते हैं, तो आपने अक्टूबर में आए भूचाल (सेंसेक्स में 5.7% की गिरावट) की सुर्खियां ज़रूर पढ़ी होंगी. यहां तक कि पारंपरिक रूप से स्थिर रहने वाले BSE 100 TRI ने भी इस साल पहली बार नेगेटिव रिटर्न देखा. कुल मिलाकर, अक्टूबर का महीना निवेशकों के लिए एक बुरा सपना रहा.
इससे पहले कि आप घबराकर सेल शुरू करें या अपना पैसा गद्दे के नीचे छिपा दें, आइए चीज़ों को मोटे तौर पर देखें. अक्टूबर से पहले, सेंसेक्स असल में हमें 2024 में हर महीने 1.87 फ़ीसदी का औसत रिटर्न दे रहा था यानी साल-दर-साल (YoY) 10.17 फ़ीसदी का रिटर्न. ये बहुत बुरा तो नहीं है!
समय: निवेश में आपका सबसे अच्छा दोस्त
मार्केट के उतार-चढ़ाव को समुद्र में लहरों की तरह समझें. जब आप पास से देखते हैं तो वे बहुत बड़ी लगती हैं, लेकिन ऊपर से उड़ते हुए हवाई जहाज़ से वे छोटी लगती हैं. समय के साथ आपके निवेश के साथ भी ठीक यही होता है.
हमने BSE 500 के पिछले डेटा का अनालेसिस किया और कुछ ऐसे नतीजे पाए जो आपको बेहतर नींद दिलाने में मदद कर सकते हैं:
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BSE 500 में 10 साल की निवेश अवधि के साथ, आपके पास 8-20 फ़ीसदी के बीच रिटर्न कमाने की 94 फ़ीसदी संभावना होती है.
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लेकिन अगर आप सिर्फ़ एक साल के लिए निवेश करते हैं, तो ये संभावना घटकर 23 फ़ीसदी रह जाती है.
- इसके अलावा, अगर आप सात साल से ज़्यादा समय तक निवेशित रहते हैं, तो पैसे गंवाने की संभावना शून्य हो जाती है.
अलग-अलग निवेश अवधि में रिटर्न की संभावना
1 साल | 3 साल | 5 साल | 7 साल | 10 साल | |
---|---|---|---|---|---|
0% से कम | 21.31% | 4.22% | 1.28% | 0.00% | 0.00% |
0-4% | 9.18% | 7.84% | 6.93% | 0.07% | 0.00% |
4-8% | 9.69% | 13.90% | 14.16% | 8.60% | 5.77% |
8-12% | 10.01% | 15.95% | 22.54% | 31.53% | 38.41% |
12-16% | 7.08% | 23.22% | 30.50% | 49.33% | 42.14% |
16-20% | 5.61% | 18.42% | 21.29% | 10.15% | 13.68% |
20%+ | 37.12% | 16.45% | 3.30% | 0.32% | 0.00% |
नोट: 1 अगस्त 2006 से BSE 500 का डेली रोलिंग रिटर्न |
कहानी का सार: अपने निवेश को 'समय' दें!
उतार-चढ़ाव से निपटने के लिए सबसे अच्छे फ़ंड
'अपने निवेश को समय दें' कहना जितना आसान है, करना उतना मुश्किल है.
अगर मार्केट के उतार-चढ़ाव के बारे में पढ़कर आपकी हथेलियां पसीने से तर हो जाती हैं, तो चिंता न करें, आप अकेले नहीं हैं.
यहीं पर हाइब्रिड फ़ंड की भूमिका सामने आती है. हाइब्रिड फ़ंड, इक्विटी (equity) और डेट (debt) दोनों में निवेश करते हैं, चढ़ते बाज़ार में अच्छे रिटर्म की क्षमता रखते हुए, गिरने के जोख़िम को कम भी रख सकते हैं.
वैसे तो ये फ़ंड नेगेटिव रिटर्न से पूरी तरह बचे नहीं रहते, क्योंकि इनका कुछ एलोकेशन उतार-चढ़ाव वाले शेयर मार्केट में भी होता है, फिर भी ये शॉर्ट-टर्म वाले कंज़र्वेटिव शुरुआती निवेशकों के लिए आदर्श होते हैं.
कारण:
हाइब्रिड फ़ंड का बुनियादी फ़ायदे ये है कि वे मंदी दौरान अपने 'प्योर इक्विटी साथियों' की तुलना में कम गिरते हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि उनके डेट निवेश ज़्यादा स्टेबिलिटी देते हैं, और उनका इक्विटी वाला हिस्सा मार्केट में तेज़ी के दौरान तगड़ा रिटर्न भी दे सकता है.
लेकिन याद रखें -- हाइब्रिड फ़ंड बुल-रन के दौरान फ़्लेक्सी-कैप फ़ंड जैसे पूरी तरह से इक्विटी फ़ंड के रिटर्न से मेल नहीं खाते, लेकिन वे मार्केट में भूचाल के दौरान आपको बेहतर नींद पाने में मदद करते हैं.
सबसे अच्छा हाइब्रिड फ़ंड कौन सा है?
आपके सुकून और जोख़िम क्षमता से मेल खाने वाला एक फ़ंड ढूंढना ज़रूरी है. इसलिए, अपनी जोख़िम क्षमता और निवेश की अवधि से मेल खाने वाले हाइब्रिड फ़ंड ढूंढने के लिए नीचे दी गई टेबल का इस्तेमाल करें.
विवरण | कंज़र्वेटिव हाइब्रिड फंड | इक्विटी सेविंग्स फ़ंड | बैलेंस्ड एडवांटेज़ फ़ंड (BAF) | एग्रेसिव हाइब्रिड फ़ंड |
---|---|---|---|---|
करेंट एवरेज इक्विटी एलोकेशन* | 23% | 27% (नेट इक्विटी) | 52% | 74% |
मेंडेटेड इक्विटी एलोकेशन | 10%-25% | ≥ 65% (ग्रॉस इक्विटी, आर्बिट्राज़ सहित) | 0-100% | 65%-80% |
रिस्क प्रोफाइल | जोख़िम से बहुत ज़्यादा बचने वाले निवेशक | जोख़िम से ज़्यादा बचने वाले निवेशक | जोख़िम से बचने वाले निवेशक (मॉडरेट) | जोख़िम सहन करने वाले निवेशक |
टाइम होराइजन | मीडियम-टर्म होराइजन (3-5 वर्ष) | मीडियम-टर्म होराइजन (3-5 साल) | लॉन्ग-टर्म होराइजन (5+ साल) | लॉन्ग-टर्म होराइजन (5+ साल) |
*सितंबर 2024 पोर्टफोलियो के अनुसार एलोकेशन। |
अगला क़दम इन कैटेगरी में से एक क्वालिटी फ़ंड चुनना है. इसे आसान बनाने के लिए, हम आपको हमारे एनालिस्ट द्वारा चुने गए फ़ंड के बारे में पढ़ने का सुझाव देते हैं.
पूरी कहानी का सार
ज़रूरी नहीं कि सबसे अच्छी निवेश रणनीति वही हो जो आपके लिए सबसे ज़्यादा पैसा बना सके, बल्कि वो है जिसे आप मार्केट के उतार-चढ़ावों के दौरान अपनाए रख सकें.
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