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Manba Finance IPO: क्या आपके लिए निवेश का मौक़ा है?

निवेश का फ़ैसला लेने से पहले Manba Finance के IPO की हर ज़रूरी जानकारी यहां पढ़ें

Manba Finance IPO कैसा है निवेश के लिए?AI-generated image

Manba Finance IPO: मनबा फ़ाइनेंस का IPO (इनिशियल पब्लिक ऑफ़रिंग) 23 सितंबर 2024 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा. इसकी आख़िरी तारीख़ 25 सितंबर 2024 है.

निवेश का फ़ैसला लेने में निवेशकों की मदद के लिए, यहां हम इस व्हीकल फ़ाइनेंसर की ताक़त, कमज़ोरियों और ग्रोथ की संभावनाओं के बारे में बता रहे हैं.

Manba Finance IPO: संक्षेप में

  • क्वालिटी: FY22-24 के बीच, कंपनी का 3 साल का एवरेज रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) 11.3 फ़ीसदी रहा. इसी अवधि के दौरान, इसका औसत ग्रॉस नॉन-परफ़ॉर्मिंग एसेट (NPA) 4.2 फ़ीसदी रहा.
  • ग्रोथ: FY22-24 के दौरान, इसके AUM (एसेट अंडर मैनेजमेंट) में सालाना 38 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई और PAT (प्रॉफ़िट आफ्टर टैक्स) में 80 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई.
  • वैल्यूएशन: कंपनी का स्टॉक क्रमशः 19.2 और 1.7 गुना के P/E (प्राइस -टू-अर्निंग रेशियो) और P/B (प्राइस-टू-बुक रेशियो) पर कारोबार करेगा; जबकि इसके साथियो के P/E और P/B का औसत स्तर क्रमशः 19 और 2 गुना के क़रीब है.
  • मार्केट में कंपनी की स्थिति: EV (इलेक्ट्रिक व्हीकल) की बढ़ती लोकप्रियता, 2-व्हीलर वाहनों की रूरल डिमांड में सुधार और बढ़ती डिस्पोज़ेबल इनकम से मनबा फ़ाइनेंस को अपना ऑपरेशन बढ़ाने में मदद मिलने की उम्मीद है. हालांकि, बाक़ी NBFC (नॉन-बैंकिंग फ़ाइनेंशियल कॉर्पोरेशन) और बैंकों से मिलने वाली प्रतिस्पर्धा, मनबा फ़ाइनेंस की ग्रोथ की संभावनाओं के लिए ज़ोखिम पैदा करती है.

Manba Finance के बारे में

साल 1996 में स्थापित मनबा फ़ाइनेंस एक नॉन-डिपाज़िट-टेकिंग NBFC है जिसका हेडक्वार्टर मुंबई में है. कंपनी अलग-अलग व्हीकल कैटेगरी, छोटे बिज़नस और पर्सनल लोन के लिए फ़ाइनेंसिंग करती है. 2-व्हीलर लोन इसके पोर्टफ़ोलियो में 86 फ़ीसदी योगदान देते हैं, और बाक़ी पोर्टफ़ोलियो में 3-व्हीलर, इलेक्ट्रिक 2-व्हीलर, इलेक्ट्रिक 3-व्हीलर, पुरानी कारें, छोटे बिज़नस और पर्सनल लोन शामिल हैं.

इस समय, मनबा फ़ाइनेंस की सेंट्रल, नॉर्थ और वेस्टर्न इंडिया के छह राज्यों में 29 ब्रांच हैं, जिनमें गुजरात और महाराष्ट्र इसके AUM (₹937 करोड़) में लगभग 90 फ़ीसदी योगदान (FY24 तक) देते हैं.

ताक़त

  • डीलरों के साथ मज़बूत संबंध: मनबा फ़ाइनेंस के 1,100 से ज़्यादा डीलरों के साथ पुराने समय से संबंध हैं, जिनमें 190 से ज़्यादा EV डीलर शामिल हैं. इतनी बड़ी संख्या में डीलरों के साथ संबंध क़ायम करना बड़ी बात है क्योंकि वे ग्राहकों की फ़ंडिंग ज़रूरतों के आधार पर लीड बनाने के लिए प्रमुख सोर्स के रूप में काम करते हैं.

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कमज़ोरियां

  • एक ही प्रोडक्ट पर ज़्यादा निर्भरता: मनबा फ़ाइनेंस के पोर्टफ़ोलियो का लगभग 86 फ़ीसदी हिस्सा 2-व्हीलर लोन से बना है. चूंकि 2-व्हीलर वाहनों की डिमांड बहुत ज़्यादा साइक्लिक है, इसलिए कोई भी मंदी मनबा के फ़ाइनेंशियल पर बड़ा असर डाल सकती है.
  • ज़्यादा NPA और कम प्रोविज़न: मनबा फ़ाइनेंस का NPA 4.2 है, जो इसके प्रतिस्पर्धियों की तुलना में ज़्यादा है. इसके अलावा, FY24 में इसका प्रोविज़न कवरेज़ रेशियो सिर्फ़ 20 फ़ीसदी रहा, जो इसके प्रतिस्पर्धियों की तुलना में बहुत कम है. इससे कंपनी के मैनेजमेंट और एसेट क्वालिटी पर सवाल खड़े होते हैं.

IPO की डिटेल

IPO का कुल साइज़ (करोड़ ₹) 151
ऑफर फॉर सेल (करोड़ ₹) 0
नए इशू (करोड़ ₹) 151
प्राइस बैंड (₹) 114-120
सब्सक्रिप्शन की तारीख़ 23-25 सितंबर, 2024
उद्देश्य Capex के लिए

IPO के बाद

मार्केट कैप (करोड़ ₹) 603
नेट वर्थ (करोड़ ₹) 351
प्रमोटर होल्डिंग (%) 75
प्राइस/अर्निंग रेशियो (P/E) 19.2
प्राइस/बुक रेशियो (P/B) 1.7

फ़ाइनेंशियल्स हिस्ट्री

फ़ाइनेंशियल्स (करोड़ ₹) 2 साल का CAGR (%) FY24 FY23 FY22
NII 35.4 88 70 48
PAT 79.6 31 17 10
AUM 37.5 937 634 496
बॉरोइंग 764 608 395
नेट वर्थ 201 168 152
NII: नेट इंटरेस्ट इनकम
AUM: एसेट्स अंडर मैनेजमेंट
PAT: प्रॉफ़िट आफ्टर टैक्स

प्रमुख रेशियो

रेशियो (%) 3 साल का औसत (%) FY24 FY23 FY22
ROE 11.3 17.0 10.4 6.6
ROA 2.5 3.6 2.2 1.7
NIM 10.9 11.2 12.3 9.3
GNPA 4.2 4.0 3.7 4.9
ROE -- रिटर्न ऑन इक्विटी
ROA -- रिटर्न ऑन एसेट्स
NIM -- नेट इंटरेस्ट मार्जिन
GNPA -- ग्रॉस नॉन-परफार्मिंग एसेट्स

Manba Finance की रिस्क रिपोर्ट

मैनेजमेंट

  • क्या मनबा फ़ाइनेंस रेग्युलेटरी पेनल्टी से मुक्त है?
    हां. कंपनी मैनेजमेंट रेग्युलेटरी पेनल्टी से मुक्त है.
  • क्या कंपनी अपने NPAs की जानकारी देती है? विशेष रूप से, क्या प्रोविज़न-टू-ग्रॉस NPA रेशियो 50 फ़ीसदी से ज़्यादा है?
    नहीं. मनबा फ़ाइनेंस का प्रोविज़न कवरेज़ रेशियो बहुत कम है, जो FY24 तक 20 फ़ीसदी ही था.
  • क्या टॉप पांच मैनजरों को एम्प्लॉई स्टॉक ओनरशिप प्लॉन (ESOPs) के ज़रिए 50 फ़ीसदी से ज़्यादा का कंपनसेशन दिया जाता है?
    नहीं. ESOP, टॉप-लेवल मैनेजमेंट को दिए जाने वाले कंपनसेशन का एक बड़ा हिस्सा नहीं बनाता है.

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फ़ाइनेंशियल मज़बूती और स्थिरता

  • क्या मनबा फ़ाइनेंस का हालिया स्लिपेज-टू-टोटल एडवांसेज़ रेशियो 0.25 फ़ीसदी से कम है?
    नहीं. FY2024 तक, नेट स्लिपेज-टू-टोटल एडवांसेज़ रेशियो 3.4 फ़ीसदी था. फ्रेश स्लिपेज वे लोन होते हैं जो पिछले एक FY में NPA बन चुके हैं.
  • क्या कंपनी का मौज़ूदा रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) और रिटर्न ऑन एसेट्स (ROA) क्रमशः 12 फ़ीसदी और 1 फ़ीसदी से ज़्यादा है?
    नहीं. FY2024 के लिए, कंपनी ने क्रमशः 11.3 और 2.5 फ़ीसदी का ROE और ROA दर्ज़ किया.
  • क्या कंपनी ने पिछले तीन साल में अपनी लोन बुक में सालाना 20 फ़ीसदी की बढ़ोतरी की है?
    हां. FY22-24 के दौरान, कंपनी ने अपनी लोन बुक में सालाना 37.5 फ़ीसदी की बढ़ोतरी की है.
  • क्या कंपनी ने पिछले तीन साल में अपनी नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) में सालाना 20 फ़ीसदी की बढ़ोतरी की है?
    हां. FY22-24 के दौरान, कंपनी ने अपनी नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) में सालाना 35 फ़ीसदी के क़रीब बढ़ोतरी की है.
  • क्या इसकी लोन बुक में बढ़ोतरी और नेट इंटरेस्ट इनकम के बीच कोई सीधा संबंध है?
    हां. हालांकि NII और एडवांसेज़ में ग्रोथ का सीधा संबंध था, लेकिन NII ग्रोथ की चाल इसकी यील्ड में कमी (FY22-24 के बीच 22.1 फ़ीसदी से 21.4 फ़ीसदी तक) के कारण तुलनात्मक रूप से कम थी.
  • क्या कंपनी का कैपिटल एडिक्वेसी रेशियो 15 फ़ीसदी से ज़्यादा है?
    हां. इसने FY2024 तक 25 फ़ीसदी के क़रीब कैपिटल एडिक्वेसी रेशियो दर्ज़ किया. कैपिटल एडिक्वेसी रेशियो ये मापता है कि कोई कंपनी कितनी अच्छी तरह से अपनी देनदारियों को पूरा कर सकती है और घाटे को सह सकती है.
  • क्या कंपनी अगले तीन साल तक किसी बाहरी फ़ंडिंग पर निर्भर हुए बिना अपना बिज़नस चला सकती है?
    हां. कंपनी का बढ़िया (FY24 तक 25 फ़ीसदी के क़रीब) कैपिटल एडिक्वेसी रेशियो और IPO से मिली राशि ये पक्का करेगी कि इसके बिज़नस ऑपरेशन किसी बाहरी फ़ंडिंग के बिना सुचारू रूप से चले.
  • क्या कंपनी ने पिछले तीन साल में 3 फ़ीसदी से ज़्यादा का औसत नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) दर्ज़ किया है?
    हां. FY22-24 के बीच, इसका तीन साल का औसत नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) 10.9 फ़ीसदी रहा.
  • क्या कंपनी का तीन साल का औसत ग्रॉस NPA रेशियो और नेट NPA रेशियो क्रमशः 1 फ़ीसदी और 0.5 फ़ीसदी से कम है?
    नहीं. इसने पिछले तीन साल में 4.2 फ़ीसदी का औसत ग्रॉस NPA और 3.5 फ़ीसदी का औसत नेट NPA दर्ज़ किया है.
  • क्या कंपनी का मौज़ूदा कॉस्ट-टू-इनकम रेशियो 50 फ़ीसदी से कम है?
    नहीं. इसने FY24 में 54.4 फ़ीसदी का कॉस्ट-टू-इनकम रेशियो दर्ज़ किया.

ग्रोथ और बिज़नस

  • क्या कंपनी अपना बिज़नस बढ़ा पाएगी?
    इलेक्ट्रिक 2-व्हीलर वाहनों (जो इसके पोर्टफ़ोलियो का बड़ा हिस्सा बनता है) की बढ़ती डिमांड को देखते हुए, मनबा फ़ाइनेंस की ग्रोथ की संभावनाएं पॉज़िटिव लगती हैं. रूरल इकॉनमी में सुधार के साथ-साथ कंपनी को अपने कारोबार को बढ़ाने में मदद मिलने की उम्मीद है.
  • क्या कंपनी के पास ₹1 लाख करोड़ से ज़्यादा की लोन बुक है?
    नहीं. इसने FY2024 तक ₹937 करोड़ का AUM रिपोर्ट किया था.
  • क्या कंपनी किसी जानी-मानी ब्रांड से जुड़ी है?
    नहीं. कई NBFC और बैंक प्रतिस्पर्धी ब्याज़ दरों पर 2-व्हीलर लोन देते हैं, जिससे मनबा फ़ाइनेंस के लिए मार्केट में एक मज़बूत ब्रांड प्रजेंस क़ायम करना चुनौती भरा काम साबित हो रहा है.
  • क्या कंपनी को सुरक्षा घेरा (credible moat) हासिल है?
    नहीं. ये एक कमोडिटाइज़्ड मार्केट में काम करती है.
  • क्या कंपनी अपेक्षाकृत कम कॉम्पिटीशन का सामना करती है?
    नहीं. चूंकि व्हीकल फ़ाइनेंस बिज़नस में कई बैंक, SFB (स्मॉल-फ़ाइनेंस बैंक) और NBFC मौजूद हैं, इसलिए इस बात की ज़्यादा संभावना है कि सबसे कम बॉरोइंग ख़र्च वाले बैंक इस मार्केट में एग्रेसिव रूप से प्रतिस्पर्धा करेंगे.

Manba Finance का वैल्यूएशन

  • क्या Manba Finance की प्राइस-टू-अर्निंग अपनी जैसी दूसरी कंपनियों के औसत स्तर से कम है?
    नहीं. इसकी वैल्यू 19.2 गुने P/E रेशियो पर आंकी गई है, जो इसकी जैसी दूसरी कंपनियों के औसत (19 गुना) से ज़्यादा है.
  • क्या स्टॉक की प्राइस-टू-बुक वैल्यू इसकी जैसी दूसरी कंपनियों के औसत से कम है?
    हां. इसकी वैल्यू 1.7 गुना P/B रेशियो पर आंकी गई है, जो इसकी जैसी दूसरी कंपनियों के औसत (2.2 गुना) से कम है.

डिस्क्लेमर: ये निवेश का सुझाव नहीं है. निवेश करने से पहले ज़रूरी जांच-पड़ताल कर लें.

ये भी पढ़िए - बैंकों और NBFC की बैलेंस शीट कैसे पढ़ें?


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