एनेलिस्ट की पसंद
हाल में देखा गया
सब क्लियर करें
सेबी के रिस्कोमीटर के आधार पर
Split between different types of investments
Split between categories of Equity investments
रेटिंग |
वैल्यू रिसर्च धनक की राय |
रिस्क
|
रिटर्न (%) |
|
व्यय अनुपात (%)
|
|
---|---|---|---|---|---|---|
SBI Long Term Equity Fund - Regular Plan
|
वेरी हाई
|
लोडिंग... |
1.60 |
|||
वेरी हाई
|
लोडिंग... |
1.64 |
||||
वेरी हाई
|
लोडिंग... |
1.71 |
||||
वेरी हाई
|
लोडिंग... |
1.72 |
||||
वेरी हाई
|
लोडिंग... |
1.80 |
₹27,559 करोड़
--
500
500
500
12
निवेश की रणनीति
यह स्कीम इक्विटी, कमुलेटिव कंवर्टिवल प्रीफ्रेंस(संचयी परिवर्तनीय वरीयता) शेयरों और पूरी तरह से कंवर्टिवल डिबेंचर और बांड में निवेश के माध्यम से पूंजी वृद्धि चाहती है. नवंबर 1999 में इस स्कीम को एक ओपन एंडेड स्कीम में बदल दिया गया था.
उपयुक्तता
"जब आप पांच साल या उससे ज़्यादा समय के लिए निवेश करते हैं, तो आप ऐसे लाभ की उम्मीद कर सकते हैं जो आराम से मुद्रास्फीति दर के साथ-साथ फिक्स्ड इनकम रिटर्न को मात दे. इसके अलावा, टैक्स बेनेफ़िट भी हैं. भारतीय इनकम टैक्स कानून की धारा 80C के तहत , इस फ़ंड में एलिजिबल सिक्यूरिटीज़ में एक वित्तीय वर्ष में 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर टैक्स में छूट है.
लेकिन अपने निवेश की वैल्यू में उतार-चढ़ाव के लिए तैयार रहें. ये भी ध्यान रखें कि आप निवेश की तारीख से तीन साल पूरे होने से पहले, इस फ़ंड से अपना पैसा नहीं निकाल सकते.
सभी इक्विटी फ़ंड्स की तरह, आपको केवल SIP के ज़रिए निवेश करना चाहिए. SIP निवेश पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.
चेतावनी: अपने निवेश को पांच साल से कम समय में रिडीम करने के लिए इसमें या किसी अन्य ई एल एस एस में निवेश न करें
कैपिटल गेन्स टैक्स
डिस्क्लेमर: टैक्स से जुड़ी जानकारी सार्वजनिक तौर पर और दूसरे स्रोतों पर उपलब्ध जानकारियों से तैयार करने की पूरी कोशिश की गई है, जिसे वैल्यू रिसर्च विश्वसनीय मानता है. इसका उद्देश्य टैक्स संबंधी सलाह देना नहीं है, और हमारी आपको सलाह है कि कोई भी फ़ैसला लेने से पहले अपने टैक्स सलाहकार से परामर्श ज़रूर करें. वैल्यू रिसर्च इस जानकारी के आधार पर किसी भी निवेश या निवेश से बाहर निकलने के निर्णय से होने वाले किसी नुक़सान या क्षति की कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेता है और न ही कोई दायित्व स्वीकार करता है.
डिविडेंड टैक्स
एसबीआई लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड- रेगुलर प्लान को अपनी संपत्ति का कम से कम 80 फीसदी हिस्सा इक्विटी शेयरों में निवेश करना अनिवार्य है. यह भारतीय आयकर कानूनों की धारा 80 सी के तहत कर छूट प्रदान करता है. इस धारा के अनुसार, पात्र प्रतिभूतियों में एक वित्तीय वर्ष में 1.5 लाख रुपये तक के निवेश को कर से छूट दी गई है.
म्यूचुअल फ़ंड्स को सीधे फ़ंड हाउस की वेबसाइट से ख़रीदा जा सकता है. मिसाल के तौर पर, SBI Long Term Equity Fund - Regular Plan फ़ंड को SBI Mutual Fund की वेबसाइट से ख़रीदा जा सकता है. आप म्यूचुअल फ़ंड्स को MF यूटिलिटी, MF सेंट्रल, जैसे प्लेटफ़ॉर्म से भी ख़रीद सकते हैं. हालांकि, अगर आप म्यूचुअल फ़ंड ऑनलाइन नहीं ख़रीदना चाहते हैं, तो आप म्यूचुअल फ़ंड डिस्ट्रीब्यूटर की मदद ले सकते हैं. ज़्यादातर बैंक भी म्यूचुअल फ़ंड डिस्ट्रीब्यूटर के तौर पर काम करते हैं. तो, आप मदद के लिए अपने बैंक से बात कर सकते हैं.
21-नवंबर-2024 तक SBI Long Term Equity Fund - Regular Plan का NAV ₹419.8028 है.
31-अक्तूबर-2024 तक SBI Long Term Equity Fund - Regular Plan फ़ंड का AUM ₹27,559 करोड़ है.
SBI Long Term Equity Fund - Regular Plan का रिस्कोमीटर लेवल Very High है. और देखें
कंपनी | पोर्टफ़ोलियो का प्रतिशत |
---|---|
7.40
|
|
3.90
|
|
3.48
|
|
3.26
|
|
3.25
|
31-अक्तूबर-2024 तक, SBI Long Term Equity Fund - Regular Plan ने 90.9% इक्विटी में और 9.1% Cash & Cash Eq. में निवेश किए थे
SBI Long Term Equity Fund - Regular Plan 31 years 8 months पुराना है. इसने अपनी शुरुआत से 17.16% रिटर्न दिया है. और देखें
1Y
|
3Y
|
5Y
|
7Y
|
10Y
|
अपनी शुरुआत से
|
---|---|---|---|---|---|
39.44%
|
22.19%
|
23.91%
|
16.39%
|
14.63%
|
17.16%
|
हां,SBI Long Term Equity Fund - Regular Plan में लॉक-इन पीरियड है.
SBI Long Term Equity Fund - Regular Plan का एक्सपेंस रेशियो 1.60 है.