स्टॉक वायर

Tata Technologies IPO: TCS और टाटा एलेक्सी से कितनी अलग है टाटा टेक?

टाटा टेक्नोलॉजीज़ का ये IPO विशेष रूप से OFS के रूप में जारी किया जाएगा

Tata Technologies IPO: TCS और टाटा एलेक्सी से कितनी अलग है टाटा टेक?

टाटा ग्रुप की कहानी में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है! टाटा ग्रुप 22 नवंबर, 2023 को अपनी एक और कंपनी टाटा टेक्नोलॉजीज़ का IPO लॉन्च करने जा रहा है. ये नई कंपनी टाटा मोटर्स लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है. इससे पहले टाटा ग्रुप ने साल 2004 में TCS का IPO पेश किया था. टाटा टेक्नोलॉजीज़ का ये IPO विशेष रूप से OFS (ऑफर फॉर सेल) के रूप में जारी किया जाएगा.

टाटा टेक्नोलॉजीज़ एक इंजीनियरिंग सर्विस देने वाली कंपनी है जो ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफ़ैक्चरर्स को प्रोडक्ट डेवलपमेंट और डिजिटल सॉल्यूशन उपलब्ध कराती है. ये कंपनी ऑटोमोटिव इंडस्ट्री में अपनी क्षमताओं के लिए जानी जाती है और उसने एयरोस्पेस, ट्रांसपोर्टेशन और हैवी कंस्ट्रक्शन मशीनरी जैसे अन्य क्षेत्रों में भी अपनी विशेषज्ञता को ख़ासा भुनाया है.

टाटा टेक की लिस्टिंग होने के बाद टाटा ग्रुप की लिस्टेड टेक्नोलॉजी कंपनियों के पोर्टफोलियो में बढ़ोतरी होगी. इन लिस्टेड टेक्नोलॉजी कंपनियों में सबसे बड़ी कंपनी TCS है; और टाटा टेक से सबसे ज़्यादा मिलती-जुलती कंपनी टाटा एलेक्सी है.

TCS: टाटा ग्रुप की दुधारू गाय

TCS का मार्केट कैप लगभग ₹12,00,000 करोड़ है और इसे आमतौर पर टाटा ग्रुप की 'कैश काऊ' (cash cow) यानी दुधारू गाय के रूप में जाना जाता है. ये 27 बिलियन डॉलर से ज़्यादा रेवेन्यू वाली एक ग्लोबल IT कंपनी है जो पिछले 50 साल से भी ज़्यादा समय से दुनिया के कई बड़े बिज़नस के साथ मिलकर इस क्षेत्र में बदलाव को आगे बढ़ा रही है.

ये कंपनी IT से जुड़े कई क्षेत्रों में काम करती है, जैसे कि:

  • IT सर्विस: बैंकिंग, फ़ाइनांस, स्वास्थ्य सेवा, बीमा, मैन्युफ़ैक्चरिंग, रिटेल और दूरसंचार सहित अलग-अलग क्षेत्रों में ग्राहकों को सॉल्यूशंस उपलब्ध कराना.
  • कंसल्टिंग सर्विसेज: डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, कस्टमर एक्सपीरियंस और एंटरप्राइज परफॉरमेंस जैसे क्षेत्रों में ग्राहकों की सहायता करना.
  • बिज़नस सॉल्यूशन: रिटेल, लॉजिस्टिक्स और यूटिलिटीज जैसे क्षेत्रों में ग्राहकों को उनकी ज़रूरतों के हिसाब से बिज़नस सॉल्यूशन देना.
  • डिजिटल सर्विस: एनालिटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ऑटोमेशन और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) जैसी सेवाएं देना
  • इंजीनियरिंग और R&D सर्विस: ऑटोमोटिव, एयरोस्पेस और इंडस्ट्रियल मैन्युफ़ैक्चरिंग सहित अलग-अलग क्षेत्रों में ग्राहकों को इंजीनियरिंग और R&D सेवाएं प्रदान करना.

ये भी पढ़िए- Tata Technologies IPO: निवेश से पहले जानिए 10 बड़ी बातें

टाटा एलेक्सी : टाटा टेक से मिलती जुलती कंपनी
टाटा एलेक्सी 1989 में वज़ूद में आई और ये कंपनी टाटा टेक से मिलती-जुलती है. टाटा एलेक्सी की शुरुआत कंप्यूटर की मदद से डिज़ाइन और मैन्युफ़ैक्चरिंग सेवाएं देने के लिए की गई थी और जल्द ही इस कंपनी ने 1990 के दशक में डिजिटल मीडिया के उभरते क्षेत्र की ओर अपने कदम बढ़ा लिए. टाटा एलेक्सी कंपनी डिजाइन थिंकिंग और IoT (इंटरनेट ऑफ थिंग्स), क्लाउड, मोबिलिटी, वर्चुअल रियलिटी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी डिजिटल तकनीकों का उपयोग करके क्लाइंट्स के प्रोडक्ट्स और सर्विसेज में सुधार लाने और उन्हें ज़्यादा प्रभावी बनाने में मदद करती है.

टाटा एलेक्सी और टाटा टेक दोनों ही कंपनियां इंजीनियरिंग और डिज़ाइन सेवाएं प्रदान करती हैं. इनका आकार और सेवाओं का दायरा भी एक जैसा ही है. एक जैसी सेवाओं और एक जैसे ग्राहकों के कारण इन दोनों के बीच समानताएं हैं.

हालांकि, इनमें कुछ बड़े अंतर भी हैं.

टाटा टेक के रेवेन्यू का एक बड़ा हिस्सा भारतीय ग्राहकों (32 फ़ीसदी) से आता है, जबकि टाटा एलेक्सी के रेवेन्यू में भारत की हिस्सेदारी केवल 16 फ़ीसदी है.

टाटा टेक्नोलॉजीज पूरी तरह से एक ER&D (इंजीनियरिंग रिसर्च एंड डेवलपमेंट) कंपनी है जो मुख्य रूप से ऑटो सेक्टर से जुड़ी है. टाटा टेक के रेवेन्यू में ऑटो सेक्टर की हिस्सेदारी 88 फ़ीसदी है. जबकि टाटा एलेक्सी की मौजूदगी ऑटो सेक्टर (42 फ़ीसदी) और ब्रॉडकास्ट कम्युनिकेशन और स्वास्थ्य सेवा दोनों क्षेत्रों में है.

अगर इनके फ़ाइनेंशियल्स की तुलना करें तो टाटा एलेक्सी ज़्यादा मज़बूत खिलाड़ी नज़र आती है. टाटा एलेक्सी की तुलना में टाटा टेक के कमज़ोर प्रदर्शन का कारण इसके हाई एट्रिशन लेवल और 5 बड़े क्लाइंट्स और एंकर क्लाइंट्स (टाटा मोटर्स और JLR) पर ज़्यादा निर्भरता है. टाटा टेक के कुल रेवेन्यू में इन 5 क्लाइंट्स की हिस्सेदारी 73 फ़ीसदी और एंकर क्लाइंट्स की हिस्सेदारी 40 फ़ीसदी है.

फ़ाइनेंशियल ईयर 2023 में प्रदर्शन

मीट्रिक्स टाटा टेक टाटा एलेक्सी
रेवेन्यू (करोड़ ₹) 4414.17 3145
PAT (करोड़ ₹) 624 755
3Y रेवेन्यू ग्रोथ(% प्रति वर्ष) 36 31
3Y EBIT(Ex OI) मार्जिन(%) 14.88 28
3Y ROCE(%) 18.86 37.75

क्या उम्मीद करें
भले ही ये तीनों कंपनियां एक ही इंडस्ट्री से हैं, लेकिन वे अपने प्रोडक्ट्स, क्लाइंट्स और मार्जिन प्रोफ़ाइल के मामले में एक दूसरे से अलग हैं. इसके अलावा, टाटा टेक्नोलॉजीज़ को इस तरह भी देखा जा सकता है कि ये टाटा ग्रुप के ऑटोमोटिव सेगमेंट (टाटा मोटर्स) के लिए इन-हाउस टेक सपोर्ट का काम करती है.

भले ही, TCS और टाटा एलेक्सी ने शेयरधारकों के लिए वेल्थ क्रिएशन का काम किया है, लेकिन टाटा टेक्नोलॉजीज़ के मामले में अब केवल वक़्त ही बताएगा कि अगले हफ़्ते लिस्ट होने के बाद ये इस रैंक में शामिल हो पाएगी या नहीं.

ये भी पढ़िए- जमा करना चाहते हैं ₹1 करोड़? गोल कैलकुलेटर से जानें पूरी कैलकुलेशन


टॉप पिक

तीन फ़्लेक्सी-कैप फ़ंड्स ने ‘क्रैश’ को दिखाया ठेंगा!

पढ़ने का समय 6 मिनटPranit Mathur

तीन साल में ₹10 लाख जुटाने हैं तो कहां करें निवेश?

पढ़ने का समय 2 मिनटरिसर्च डेस्क

Stock Update: 3 फ़ाइव स्टार शेयर जिनमें ख़रीदारी का मौक़ा है

पढ़ने का समय 2 मिनटरिसर्च डेस्क

ICICI प्रू इक्विटी मिनिमम वैरिएंस फ़ंड NFO: दूसरों से कितना अलग है?

पढ़ने का समय 3 मिनटAmeya Satyawadi

यही समय है लॉन्ग-ड्यूरेशन फ़ंड में निवेश का?

पढ़ने का समय 5 मिनटAbhishek Rana

दूसरी कैटेगरी