आपकी उम्र 30 साल से कम है. और आपने नौकरी या अपना बिज़नेस शुरू कर दिया है तो आप देश की काम-काजी आबादी का हिस्सा बन चुके हैं. आपके सपनों की उड़ान शुरू हो चुकी है. आपको कमाने के साथ-साथ आने वाले कल के लिए के लिए भी सोचना होगा. आने वाले समय में बढ़ने वाली ज़रूरतों और ज़िम्मेदारियों की परवाह भी करनी होगी. आपको एक अदद फ़ाइनेंशियल प्लान की ज़रूरत है. ये प्लान जीवन के तमाम उतार-चढ़ाव में आपके पैर मजबूती से जमाए रखेगा. आपकी लाइफ़ साल दर साल आसान होती चली जाएगी. पेश है 5 प्वाइंट का फ़ाइनेंशियल प्लान.
1 -इमरजेंसी फ़ंड
फ़ाइनेंशियल प्लान की शुरुआत सबसे पहले इमरजेंसी फ़ंड बनाने से होती है. आपको सबसे पहले ख़ुद को अचानक पैदा होने वाली स्थिति का सामना करने के लिए तैयार करना होगा. मसलन अचानक नौकरी चली गई या किसी और वजह से आपको अचानक बड़ी रक़म की जरूरत पड़ गई तो आप इसका इंतजाम कैसे करेंगे. सबसे पहले आपको अपने छह माह से लेकर एक साल तक के ख़र्च के लायक रक़म इमरजेंसी फंड में जुटानी चाहिए. मान लेते है कि आपका मंथली खर्च ₹50,000 है तो आपको शुरुआत में छह माह के ख़र्च के लायक रक़म यानी ₹3 लाख इमरजेंसी फ़ंड में डालने चाहिए. शुरुआत में छह माह के ख़र्च के लायक रक़म का इमरजेंसी फ़ंड ठीक है. बाद में इसे बढ़ाकर आप 1 साल के ख़र्च के लायक रक़म तक ले जा सकते हैं. आप इमरजेंसी फ़ंड का पैसा लिक्विड फ़ंड या अल्ट्रा शॉर्ट-ड्यूरेशन फ़ंड में रख सकते हैं. लिक्विड फ़ंड या अल्ट्रा शॉर्ट- ड्यूरेशन फ़ंड में आपको बैंक FD के बराबर या इससे बेहतर रिटर्न मिल सकता है. इसके अलावा इन फ़ंड्स से ज़रूरत पड़ने पर कभी भी अपना पैसा आसानी से निकाल सकते हैं.
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2-हेल्थ इन्श्योरेंस
इमजरेंसी फ़ंड के बाद फ़ाइनेंशियल प्लान का दूसरा अहम कदम है हेल्थ इन्श्योरेंस. अगर आपके पास हेल्थ इन्श्योरेंस नहीं है और आप बीमार हो गए तो आपकी सारी बचत तो इलाज में चली जाएगी. ऐसे में आपके लिए हेल्थ इन्श्योरेंस प्लान लेना बहुत जरूरी है. आप अकेले हैं तो इंडीविजुअल हेल्थ प्लान ले सकते हैं और शादीशुदा हैं तो फ़ैमिली फ्लोटर प्लान. 30 साल की उम्र तक बीमारियों का खतरा कम रहता है. ऐसे में युवाओं को हेल्थ इन्श्योरेंस प्लान सस्ता मिल जाता है.
3-टर्म प्लान
फ़ाइनेंशियल प्लान में तीसरा अहम कदम है जीवन बीमा. अगर आपकी कमाई से आपके अलावा किसी का खर्च चलता है यानी कोई पैसों के लिए आप पर निर्भर है तो टर्म प्लान जरूर लेना चाहिए. अगर कोई अनहोनी हो जाती है तो टर्म प्लान परिजनों या डिपेंडेंड को एक तय रक़म दे देता है. इससे उनके लिए अपनी आर्थिक जरूरतें पूरी करना काफ़ी हद तक आसान हो जाता है. टर्म प्लान में भी हेल्थ इन्श्योरेंस वाली बात लागू होती है. यानी युवाओं को टर्म प्लान के लिए सालाना कम प्रीमियम चुकाना पड़ता है. 25 से 30 साल के युवा को ₹50 लाख कवर वाला टर्म प्लान सालाना ₹6,000 प्रीमियम में मिल सकता है.
4. बचत और निवेश
इमरजेंसी फ़ड, हेल्थ इन्श्योरेंस और टर्म प्लान के बाद बारी आती है बचत और निवेश की. इस उम्र में ज़िम्मेदारियां कम होती हैं. ऐसे में आपके लिए बचत और निवेश करना ज़्यादा आसान है. आप अपनी बचत को शॉर्ट-टर्म और लॉन्ग-टर्म के लिए अलग-अलग निवेश कर सकते हैं.
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कम समय की ज़रूरतों के लिए निवेश
मान लेते हैं कि आपको अपने काम में सहूलियत के लिए कार ख़रीदने की जरूरत है. तो आप कार लोन लेने के बजाए रिवर्स EMI का ऑप्शन अपना सकते हैं. रिवर्स EMI का मतलब है कि आप कार लोन की जितनी EMI देंगे उतनी ही रक़म SIP में निवेश करना शुरू कर दीजिए. आपके पास तीन या चार साल में कार खरीदने के लायक ठीक-ठाक रक़म होगी. इस तरह से आप न सिर्फ अपने निवेश पर रिटर्न हासिल करेंगे, बल्कि कार लोन पर वर्षों तक ब्याज चुकाने से भी बच जाएंगे. अपनी शादी के लिए या बहन की शादी के लिए तीन साल बाद पैसों की जरूरत पड़ने वाली है तो इसके लिए भी बैलेंस्ड फंड में SIP शुरू कर सकते हैं. इस तरह से आप अपनी कम अवधि की ज़रूरतों को पूरा कर सकते हैं.
लंबे समय की ज़रूरतों के लिए निवेश
इसके बाद आप लंबे समय की ज़रूरतों के लिए निवेश शुरू कर सकते हैं. लंबे समय की ज़रूरतों यानी जिन ज़रूरतों के लिए आपको कम से कम 10 साल के बाद पैसा चाहिए. इसके लिए आप इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम यानी ELSS में निवेश शुरू कर सकते हैं. ELSS में आप सालाना ₹1.5 लाख निवेश करके टैक्स छूट का फ़ायदा भी ले सकते हैं. हां, ELSS में लॉक इन पीरियड तीन साल का है यानी तीन साल तक अपना पैसा नहीं निकाल सकते हैं. ELSS का पूरा पैसा इक्विटी में निवेश होता है यानी ये आपको अच्छा रिटर्न दिला सकता है. इसके अलावा आप सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी SIP के ज़रिए भी हर माह थोड़ी-थोड़ी रक़म इक्विटी में निवेश कर सकते हैं. इस तरह से लंबे समय में आप बड़ी रक़म बना सकते हैं.
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5- दूसरों की लाइफ़ से नहीं सीख़ सकते
अगर आप अपनी वित्तीय सेहत अच्छी रखना चाहते हैं तो इस फ़ाइनेंशियल प्लान पर अमल करें. आप दूसरों को देखकर बचत और निवेश के बारे में कुछ ख़ास नहीं सीख़ सकते. हर आदमी की ज़रूरतें अलग होती हैं तो बेहतर है कि अपना फ़ाइनेंशियल प्लान बनाएं और इस पर आगे बढ़ें.