रिटायरमेंट अपने साथ कई जटिलताएं और शंकाएं लेकर आता है, मगर ऐसे कई बचत और निवेश के तरीक़े हैं, जो रिटायरमेंट के बाद आपकी आमदनी पक्की कर सकते हैं। भारत सरकार ने वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (Senior Citizen Savings Scheme - SCSS) की शुरुआत 2004 में की थी। ये योजना, सुरक्षित निवेश के ज़रिये वरिष्ठ नागरिकों को नियमित और अच्छी आमदनी देने के लिए शुरू की गई थी।
पूंजी की सुरक्षा और महंगाई से बचाव
SCSS में पूंजी पूरी तरह से सुरक्षित रहती है क्योंकि इसे भारत सरकार का समर्थन मिला हुआ है। ये योजना किसी भी जोखिम से मुक्त है, और गारंटी से लाभ देने वाली योजना है। मगर SCSS महंगाई से सुरक्षा नहीं देती, यानि जब भी महंगाई दर ब्याज की वर्तमान गारंटी दर से ज़्यादा होगी, तो योजना से असल में कोई फायदा नहीं होगा। लेकिन जब महंगाई दर, गांरटी रेट से कम होती है, तो ये देती है।
गारंटी
SCSS की ब्याज दर G-Sec रेट से जुड़ी होती है। योजना और G-Sec के मैच्योरिटी रेट में 0.25 प्रतिशत का अंतर हो सकता है। सरकार PPF की ब्याज दर को तिमाही पर रिव्यू करती है। वित्तीय वर्ष 21-22 की दूसरी तिमाही की दर 7.40 प्रतिशत चक्रवृद्धि सालाना ब्याज रखी गई है। ब्याज हर तिमाही पर दिया जाता है।
नकदी पाने की सुविधा
SCSS में पांच साल तक पैसा वापस न मिलने के नियम के बावजूद, पेनल्टी देकर तय समय से पहले पैसा निकालना जा सकता है।
टैक्स का असर
1 अप्रैल, 2007 या उसके बाद SCSS में किए निवेश पर, आयकर कानून की धारा 80C के तहत टैक्स योग्य आमदनी में छूट मिलती है। अगर सालाना ब्याज 50,000 रुपए से ज्यादा हुआ तो टैक्स की कटौती स्रोत पर ही कर ली जाती है, यानी आपको मिलने वाले ब्याज का भुगतान टैक्स काट कर किया जाता है। सैक्शन 80TTB, के मुताबिक़, सीनियर सिटिज़न सभी तरह के डिपॉज़िट पर ब्याज पर छूट पाते हैं। ये डिपॉज़िट - बैंक, को-ऑपरेटिव बैंक और पोस्ट ऑफ़िस में हो सकते हैं और इनमें छूट की अधिकतम सीमा 50,000 रुपए है।
कहां खोलें खाता
आप SCSS में निवेश के लिए, किसी भी हेड पोस्ट ऑफिस या जनरल पोस्ट ऑफिस में खाता खोल सकते हैं। इसके अलावा कई बैंकों की शाखाओं में भी ये सुविधा उपलब्ध है।
खाता कैसे खोलें
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के तहत निवेश के लिए, जब आप एक बैंक चुन लेते हैं, तो आपको उसमें सबसे पहले एक बचत खाता खोलना होगा। साथ ही, नीचे लिखे प्रमाण-पत्रों की जरूरत होगीः
· खाता खोलने का एक फॉर्म जो बैंक देगा।
· दो पासपोर्ट साईज़ फ़ोटो।
· आधार कार्ड। आधार के न होने पर उसके एप्लीकेशन नंबर की कॉपी साथ में देनी होगी।
· पते और पहचान का प्रमाण, जैसे - पासपोर्ट, पैनकार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, मतदाता पहचान पत्र या राशन कार्ड की कॉपी या आयकर अधिनियम 1961 के तहत फॉर्म नंबर 60 या 61.
· खाता खोलते समय पहचान के प्रमाण की मूल प्रति ज़रूर साथ रखें।
फ़ीचर
योग्यता
आपको रेज़िडेंट इंडियन (Resident Indian) होना चाहिए
शुरुआत की उम्र
· 60 साल
· 55 साल के वो लोग जो पेंशन के साथ रिटायर हो चुके हैं या जो वॉलंटरी या स्पेशल वॉलंटरी स्कीम के तहत रिटायर हुए हैं।
निवेश की रक़म
· कम-से-कम: 1,000
· ज़्यादा-से-ज़्यादा: 15 लाख (30 लाख जीवन-साथी के साथ मिल कर)
· एक वित्तीय वर्ष में एक ही बार निवेश किया जा सकता है और ये निवेश 1,000 के गुणकों (Multiples) में ही हो सकता है।
ब्याज
· मौजूदा चक्रवृद्धि ब्याज दर 7.40% सालाना है।
· ब्याज मार्च, जून, सितंबर और दिसंबर की आखिरी तारीख को अदा किया जाता है।
अवधि
· 5 साल, जिसे तीन साल के लिए बढ़ाया जा सकता है।
अकाउंट के प्रकार
· इंडिविजुअल
· पति-पत्नी मिल कर
· कई अकाउंट खोले जा सकते हैं
नॉमिनेशन
· सुविधा उपलब्ध है
बंद करने के विकल्प
· अकाउंट को अवधि से पहले पेनल्टी दे कर बंद किया जा सकता है।
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ऑनलाइन बैंकिंग
अगर आपका ऑनलाइन बैंक अकाउंट है जो SCSS की सुविधा देता है तो दोनों अकाउंट लिंक किए जा सकते हैं। ये आपको SCSS अकाउंट की ऑनलाइन बैंकिंग में मदद करेगा।
याद रखने वाली बातें
· अकाउंट को एक बैंक से दूसरे बैंक में स्थानांतरित किया जा सकता है।
· ब्याज का ECS ट्रांसफ़र अपने सेविंग अकाउंट से किया जा सकता है।
· अवधि खत्म होने से पहले अकाउंट बंद करने पर पेनल्टी देनी होती है।