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SWP बचाएगी बड़े नुक़सान से

सिस्टमैटिक विड्रॉल प्लान (SWP) से पैसे निकालना उतना ही फ़ायदेमंद है जितना सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) निवेश करना

SWP बचाएगी बड़े नुक़सान से

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सिस्‍टमैटिक इन्‍वेस्‍टमेंट प्‍लान यानी SIP एक सरल विचार है. इसमें एक बार में सारी रक़म निवेश करने के बजाए नियम से थोड़ा-थोड़ा पैसा निवेश किया जाता है. अगर आप ऐसा करते हैं तो इन्वेस्टमेंट की एवरेज कॉस्ट बेहतर हो जाती है क्‍योंकि इस तरह से आप अपना सारा पैसा, ऊंची NAV (नेट एसेट वैल्यू) पर निवेश करने से बच जाते हैं.

अब SIP का उलटा SWP भी एक सरल विचार है. इसका मतलब है कि एक बार में निवेश से सारा पैसा निकालने के बजाए, आप तय समय में थोड़ी-थोड़ी रक़म नियमित रूप से निकालते हैं. अगर आप ऐसा करते हैं तो आपको ऐवरेज कॉस्ट बेहतर मिलती है क्‍योंकि इस तरह से आप अपना सारा पैसा कम NAV पर निकालने से बच जाते हैं.

वैसे ये एक पहेली ही है कि SIP, SWP से बहुत ज़्यादा लोकप्रिय है. पिछले एक दशक में SIP म्‍यूचुअल फ़ंड निवेश पर पूरी तरह से छा गई है. करोड़ों म्‍यूचुअल फ़ंड निवेशक SIP कर रहे हैं इंडस्‍ट्री के निवेश के आंकड़े बतातें हैं कि SIP ने अपना काम बहुत अच्‍छी तरह से किया है और ये लोकप्रिय होने के लायक़ है.

जब बाज़ार में तेज़ उतार-चढ़ाव का दौर आता है तो एकमुश्‍त निवेश बहुत तेज़ी से गिरता है लेकिन SIP में गिरावट काफ़ी कम होती है. इसके दो कारण हैं. पहला कारण है कि SIP जारी रहने पर निवेशकों को इसके फ़ायदों के बारे में पता चलता है. दूसरा कारण मनोवैज्ञानिक है. एकमुश्‍त निवेश में आपको निवेश के लिए कोशिश करनी पड़ती है. वहीं पहले से जारी SIP में आपको इसे रोकने की कोशिश करनी पड़ती है. और ये बात बड़ा अंतर पैदा करती है.

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अपने फ़ायदों की वजह से SWP की तुलना में SIP को ज़्यादा लोकप्रिय होना चाहिए था. SWP अगर ज़्यादा नहीं तो SIP के जितनी ही फ़ायदमेंद है. निवेश का लक्ष्‍य अच्‍छा रिटर्न हासिल करना और इसके बाद इसे रिडीम करके इस पैसे का इस्‍तेमाल करना है. जब तक निवेश को निकाला नहीं जाता और ये रक़म आपके बैंक अकाउंट में नहीं आ जाती तब तक काम पूरा नहीं होता. यही काम SWP से सबसे अच्‍छे तरीक़े से होता है.

इतने फ़ायदों के बावजूद लोग काफ़ी हद तक SWP से अनजान हैं. इसका कारण सिर्फ़ यही है कि निवेशकों में जागरूरकता कम है. अगर SWP आपके नियमित ख़र्च के लिए निवेश से नियमित रक़म निकालने का ज़रिया होता, यानी इससे रेग्युलर इनकम हासिल की जाती तो निवेशक इसके बारे में ज़रूर जानते. ये SWP का एक काफ़ी अच्छा इस्‍तेमाल है. टैक्‍स और दूसरे कारणों की वजह से SWP रेग्युलर इनकम पाने का बेहतर तरीक़ा है. ख़ासकर डिविडेंड प्‍लान की तुलना में.

हमारी टीम ने लंबी अवधि के SIP निवेश को भुनाने के अलग-अलग तरीक़ों पर स्‍टडी की. इसमें हमने SIP और SWP के साथ थोड़ा-थोड़ा निवेश करने और क़िश्तों में निवेश से पैसा निकालने की तुलना, एक ही बार में किए निवेश और एकमुश्त पैसा निकालने के बीच की.

ये एक जटिल स्‍टडी रही जिसमें हमने तमाम सालों के दौरान अलग-अलग समय अवधि की तुलना की. स्‍टडी बताती है कि SWP के ज़रिए पैसा निकालने पर आपके पैसे की सुरक्षा बढ़ जाती है. तो अनुशासन के साथ थोड़ा-थोड़ा करके पैसे निवेश में डालना और ज़रूरत पड़ने पर उन्हें थोड़ा-थोड़ा करके निकालना आर्थिक तौर पर संपन्नता हासिल करने का सही तरीक़ा है.

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