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क्या Mutual Funds निवेश के लिए सुरक्षित हैं?

धीरेंद्र कुमार बता रहे हैं म्‍युचुअल फ़ंड रिटायर हो चुके लोगों के लिए भी निवेश का बेहतर विकल्‍प है

म्यूचुअल फंड कितना सेफ़ है?

क्‍या रिटायरमेंट के बाद म्‍यूचुअल फ़ंड में निवेश करना सुरक्षित है? - गुरुनाथन

Is It Safe to Invest in Mutual Funds in India: म्‍यूचुअल फ़ंड में निवेश न सिर्फ़ सुरक्षित है, बल्कि ये बेहद अहम भी है. आपको म्‍यूचुअल फ़ंड में निवेश पर गंभीरता से विचार करना चाहिए, क्‍योंकि म्‍यूचुअल फ़ंड एक असेट क्‍लास नहीं है बल्कि ये इक्विटी और फ़िक्‍स्ड इनकम में ज्‍यादा व्‍यवस्थित तरीके से निवेश करने का मौका देता है.

जब आप इक्विटी फ़ंड में निवेश करते हैं तो आपका निवेश अपने आप डायवर्सिफ़ाइड हो जाता है. इसके अलावा, आपकी रक़म का प्रबंधन करने की जिम्‍मेदारी किसी और की हो जाती है.

म्‍यूचुअल फंड में निवेश के लिए आपको किसी ब्रोकर के पास जाने की ज़रूरत नहीं है. निवेश के लिहाज से ये काफ़ी सुविधाजनक है. सरल शब्‍दों में कहें तो आप म्‍यूचुअल फ़ंड में निवेश करके बहुत से ऐसे काम करने से बच सकते हैं जो निवेश से जुड़े होते हैं.

अगर हम फ़िक्‍स्ड इनकम फ़ंड की बात करें तो ये फ़ंड टैक्‍स बचाने के लिहाज़ से बेहतर और ज़्यादा लिक्विड भी होते हैं. लिक्विड से मतलब है कि आप पैसे की ज़रूरत पड़ने पर कभी भी फ़ंड बेचकर रक़म निकाल सकते हैं. फ़िक्‍स्ड इनकम फ़ंड में निवेश करके आप वो सब कुछ हासिल कर सकते हैं जो आम तौर पर किसी इंडीविजुअल निवेशक के लिए उपलबध नहीं है. जैसे आप गवरमेंट बॉन्ड नहीं ख़रीद सकते लेकिन आप गवरमेंट सिक्‍योरिटी फ़ंड या लिक्विड फ़ंड ख़रीद सकते हैं. ऐसे में आपको म्‍यूचुअल फ़ंड से परहेज नहीं करना चाहिए और मेरा मानना है कि ज़्यादातर निवेशकों के लिए म्यूचुअल फ़ंड निवेश का न सिर्फ़ बेहतर विकल्‍प है बल्कि ज़रूरी भी है.

क्यों सुरक्षित है म्यूचुअल फ़ंड निवेश?

यहां हम ऐसी कुछ वजह बता रहे हैं, जिन्हें कई एक्सपर्ट्स म्यूचुअल फ़ंड्स में निवेश के लिहाज़ से अहम मानते हैं.

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1. पेशेवर प्रबंधन

म्यूचुअल फ़ंड का प्रबंधन अनुभवी पेशेवरों द्वारा किया जाता है जो निवेश संबंधी फैसले लेने के लिए अपनी विशेषज्ञता का उपयोग करते हैं. इससे निवेश के ग़लत फैसलों के कारण होने वाले नुक़सान का जोखिम कम हो जाता है.

2. डाइवर्सिफ़िकेशन

Diversification in Mutual Funds: म्यूचुअल फंड कई तरह की एसेट्स जैसे स्टॉक, बॉन्ड और अन्य सिक्योरिटीज़ में निवेश करते हैं. ये डाइवर्सिफ़िकेशन किसी एक ख़ास एसेट्स के ख़राब प्रदर्शन के कारण होने वाले नुक़सान के जोख़िम को कम करता है.

3. SEBI से रेगुलेटेड

सिक्योरिटीज़ एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया SEBI) म्यूचुअल फ़ंड को रेगुलेट करता है. इससे सुनिश्चित होता है कि वे ख़ास नियमों के तहत काम करें और सख्ती के साथ निवेश की नीतियों का पालन करते रहें. इससे निवेशकों का निवेश के प्रति सुरक्षा और भरोसा बना रहता है.

4. पारदर्शिता

Transparency in Mutual Funds: म्यूचुअल फ़ंड को अपने पोर्टफ़ोलियो होल्डिंग्स और प्रदर्शन का नियमित रूप से खुलासा करना ज़रूरी है. इससे पारदर्शिता सुनिश्चित होती है और निवेशक सोच-समझकर फैसले ले पाते हैं.

5. कम लागत

Mutual fund fees and Charges: म्यूचुअल फ़ंड में निवेश और मैनेजमेंट फ़ीस कम होती है, जिससे वे निवेश के कॉस्ट के लिहाज से किफ़ायती विकल्प बन जाते हैं. इस कॉस्ट का आकलन म्यूचुअल फ़ंड्स के एक्सपेंस रेशियो को देखकर किया जाता है.

6. लिक्विडिटी

म्यूचुअल फ़ंड ख़ासे लिक्विड होते हैं, जिससे निवेशक आसानी से यूनिट ख़रीद और बेच सकते हैं.

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आखिरी बात

म्यूचुअल फ़ंड्स में निवेशक बड़े स्तर पर निवेश कर रहे हैं. म्यूचुअल फ़ंड के निवेश के लिहाज से सरल होने और उनमें मौजूद लचीलापन उन्हें नए निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाता है.

हालांकि, किसी भी अन्य निवेश की तरह, म्यूचुअल फ़ंड निवेश पर बाज़ार के जोखिमों का असर पड़ता है और इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि म्यूचुअल फ़ंड प्लान्स के गोल हासिल होंगे.

इसलिए, किसी भी म्यूचुअल फ़ंड स्कीम में निवेश करने के बारे में कोई भी फैसला लेने से पहले, पेशेवर सलाह लें और स्कीम से जुड़ी विवरण, नियम और शर्तों को ज़रूर पढ़ें.

बेस्ट म्यूचुअल फ़ंड कैसे चुनें

Best Mutual Fund: हर कोई SIP शुरू करने के लिए बेस्ट म्यूचुअल फ़ंड ही चुनना चाहता है. इस मामले में धनक (dhanak.com) का बेस्ट म्यूचुअल फ़ंड टूल आपकी मुश्किल आसान कर सकता है. अच्छा म्यूचुअल फ़ंड चुनने के लिए आप इसकी मदद ले सकते हैं. ये टूल बिल्कुल फ़्री है. हालांकि, इसके लिए आपको धनक पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा. और, सिर्फ़ अपना ईमेल देने पर ही यहां रजिस्ट्रेशन हो जाएगा.

इसमें निवेश के लिए सबसे अच्छे लगने वाले फ़ंड को फ़ाइव स्टार रेटिंग दी जाती है. इस तरह से हम 1 स्टार से 5 स्टार तक की रेटिंग देते हैं. और, जिन फ़ंड्स को निवेश के लायक़ नहीं मानते है, उन्हें कोई रेटिंग नहीं दी जाती. हमारे इस फ़ीचर को इस्तेमाल करिए और निवेश के ज़रिए खुद को आर्थिक तौर पर सफ़ल बनाएं.

ये भी पढ़िए - पहली बार म्यूचुअल फ़ंड में निवेश कैसे करें?

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