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क्‍या मुझे ईपीएफ निवेश को पोर्टफोलियो के डेट भाग की तरह लेना चाहिए ?

धीरेंद्र कुमार ईपीएफ को पोर्टफोलियो में डेट के तौर पर शामिल करने की सलाह दे रहे हैं लेकिन इसमें रीबैलेंसिंग करना मुश्किल होगा ?

क्‍या मुझे ईपीएफ निवेश को पोर्टफोलियो के डेट भाग की तरह लेना चाहिए ?

क्‍या ईपीएफ और ग्रेच्‍युटी की राशि को डेट का हिस्‍सा मानना और भविष्‍य में ज्‍यादा रकम इक्विटी म्‍युचुअल फंड में निवेश करना सही होगा ?
बाला जी
हां आप ऐसा कर सकते हैं। अगर आप पीपीएफ, ईपीएफ या ग्रेच्‍युटी में निवेश कर रहे हैं तो यह डेट ही है। हालांकि मैं आपका बताना चाहता हूं कि ग्रेच्‍युटी सही मायने में निवेश नहीं है। यह एक तरह से आपका हक है जो आपकी हर साल की सेवा के लिए मिलता है। जब आप नौकरी छोड़ेंगे या आप रिटायर होंगे तो आपको 15 दिन का वेतन मिलेगा। लेकिन आप इसे फिक्‍स्ड इनकम अलॉकेशन के तौर पर ले सकते हैं। सिर्फ एक समस्‍या है आप ऐसे निवेश के साथ किसी तरह की रीबैलेंसिंग नहीं कर सकते हैं। अगर आपने 50 फीसदी रकम इक्विटी और 50 फीसदी रकम डेट में लगाने का फैसला किया है और आपका ईपीएफ अलॉकेशन 80 फीसदी हो जाता है तो आप किसी तरह की रीबलैसिंग नहीं कर सकते हैं। इसी तरह से जब तक आप नौकरी नहीं छोड़ते हैं तब तक आपको ग्रेच्‍युटी नहीं मिल सकती है। लेकिन ये निश्चित तौर पर फिक्‍स्ड इनकम इन्‍वेस्‍टमेंट में आते हैं ऐसे में इनको डेट के भाग के तौर पर ही गिना जाएगा।

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