कबीर आईटी प्रोफेशनल हैं और उनकी उम्र 27 साल है। कबीर की इन हैंड सैलरी लगभग 1 लाख रु है। कबीर की वाइफ होम मेकर हैं। उनकी एक बेटी है और वे अपने घर में रहते हैं। परिवार का मासिक खर्च 50,000 रु है। इसमें 18,000 रु की होम लोन EMI भी शामिल है।
कबीर एक उत्साही निवेशक रहे हैं और उनको कुछ साल पहले एक अच्छी रक़म अपने बाबा से भी मिली है। इससे उनको लगभग 14 लाख रु का कॉर्पस जुटाने में मदद मिली है। ये रक़म इप्लाईज प्रॉविडेंट फ़ंड (EPF), इक्विटी म्यूचुअल फ़ंड और नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) में है। कबीर चाहते हैं कि हम उनके लिए एक फाइनेंशियल रोड मैप तैयार करें।
इमरजेंसी फ़ंड
कबीर के पास इमरजेंसी फ़ंड नहीं है। कम से कम छह माह के खर्च (EMI सहित) को पूरा करने के लायक इमरजेंसी फ़ंड एक फाइनेंशियल प्लान की नींव है। किसी तरह की वित्तीय इमरजेंसी की सूरत में इमरजेंसी फ़ंड बहुत काम का साबित होता है।
कबीर के मामले में, इमरजेंसी कॉर्पस 3 लाख रु का होना चाहिए। और इसे स्वीप इन डिपॉजिट और शॉर्ट ड्यूरेशन फ़ंड के कांबीनेशन में रखा जाना चाहिए। इससे उनको लिक्विडिटी पर समझौता किए बिना थोड़ा ज्यादा रिटर्न हासिल करने में मदद मिलेगी। कबीर इमरजेंसी फ़ंड बनाने के लिए अपनी इनकम सरप्लस में से हर माह कुछ रक़म अलग कर सकते हैं।
क्या करें: 3 लाख रु का इमरजेंसी फ़ंड बनाए
हेल्थ इन्श्योरेंस
कबीर की कंपनी द्वारा मुहैया कराए गए हेल्थ कवर के अलावा, उनके पास अलग से 5 लाख रु का एक फैमिली फ्लोटर प्लान है। दोनों प्लान में उनकी वाइफ कवर हैं और बेटी 91 दिन की होते ही प्लान में कवर हो जाएगी। ये परिवार के लिए काफ़ी होना चाहिए। हालांकि, बढ़ती महंगाई और मेडिकल लागत को ध्यान में रख कर उनको हर दो तीन साल में कवर की समीक्षा करनी होगी।
क्या करें: मौजूदा हेल्थ कवर बनाए रखें
लाइफ इन्श्योरेंस
कबीर के पास लाइफ इन्श्योरेंस नहीं है। अगर किसी के पास फाइनेंशियल डिपेंडेंट्स हैं तो उसके लिए लाइफ कवर खरीदना ज़रूरी है। कबीर की वाइफ और बेटी उन पर फाइनेंशियली डिपेंडेंट हैं। इसके अलावा कबीर पर 20 लाख रु का होम लोन भी है। ऐसे में, उनको कम से कम 1 करोड़ रु का टर्म प्लान लेना चाहिए। ये टर्म प्लान उनके न रहने पर बकाया लोन और परिवार की आर्थिक ज़रूरतों को पूरा करेगा। 1 करोड़ रु का प्योर टर्म प्लान 10,000 रु से 12,000 रु के सालाना प्रीमियम में मिल जाएगा।
क्या करें: 1 करोड़ रु का प्योर टर्म प्लान खरीदें
रिटायरमेंट
अभी के खर्च के हिसाब से कबीर को रिटायरमेंट के बाद मौजूदा लाइफ स्टाइल बनाए रखने के लिए 4.14 करोड़ रु के रिटायरमेंट कॉर्पस की ज़रूरत होगी। औसत 8 प्रतिशत रिटर्न मान लिया जाए तो उनके EPF से 1.55 करोड़ रु मिल सकते हैं। इक्विटी म्यूचुअल फ़ंड में उनका मौजूदा निवेश लगभग 8 लाख रु का है। अगर 12 प्रतिशत का रिटर्न मान लिया जाए और वे अपने बची हुई 33 साल की वर्किंग लाइफ में निवेश बनाए रखते हैं तो इसी से रिटायरमेंट कॉर्पस के लिए बाकी रक़म का इंतजाम हो सकता है।
क्या करें: अपने ईपीएफ कंट्रीब्यूशन और मौजूदा इक्विटी इन्वेस्टमेंट को रिटायरमेंट के लिए रखें।
बेटी की हायर एजुकेशन
कबीर अपनी बेटी की एजुकेशन के लिए आज की वैल्यू में 50 लाख रु का कॉर्पस बनाना चाहते हैं। इसकी ज़रूरत लगभग 18 साल में होगी। 6 प्रतिशत महंगाई के साथ अगर 12 प्रतिशत रिटर्न मान लिया जाए तो प्योर इक्विटी फ़ंड में 11,200 रु की SIP ज़रूरी रक़म हासिल करने में मदद करेगी। हालांकि, उनको SIP कंट्रीब्यूशन हर साल 10 प्रतिशत बढ़ाना होगा। सालाना अप्रैजल की वजह से वे ऐसा आसानी से कर सकते हैं।
कबीर की कई म्यूचुअल फ़ंड्स में लगभग 32,000 रु की SIP पहले से चल रही है। वे इसमें से 11,200 रु इस गोल के लिए अलग कर सकते हैं।
क्या करें: अपनी बेटी की हायर एजुकेशन के लिए प्योर इक्विटी फ़ंड में 11,200 रु की SIP अलग करें। SIP कंट्रीब्यूशन हर साल 10 प्रतिशत बढ़ाएं।
दूसरे गोल
कबीर के तीन और गोल हैं। ये हैं फॉरेन ट्रिप, नई कार खरीदना और घर का रेनोवेशन। वे कार खरीदने के लिए ज़रूरी रक़म का इंतजाम करना चाहते हैं और इस रक़म की जरूरत उनको आठ साल बाद होगी। उनका अनुमान है कि आज की कीमत के हिसाब से कार की लागत 8 लाख रु होगी।
महंगाई 6 प्रतिशत मान लें तो कबीर को आठ साल के बाद कार खरीदने के लिए 12.75 लाख रु की ज़रूरत होगी। 12 प्रतिशत अनुमानित रिटर्न के साथ इक्विटी फ़ंड में 6,400 रु की SIP गोल हासिल करने में कबीर की मदद करेगी। लेकिन उनको SIP कंट्रीब्यूशन हर साल सालाना 10 प्रतिशत की दर से बढ़ाना होगा।
इसी तरह से वे 15 साल के बाद अपना घर रेनोवेट कराना चाहते हैं। इस पर आज की वैल्यू में 15 लाख का खर्च आएगा। इस गोल के लिए इक्विटी फ़ंड मेें 4,700 रु की SIP काफी होगी।
कबीर फॉरेन ट्रिप पर भी जाना चाहते हैं। कबीर का अनुमान है कि इस पर आज की वैल्यू में 10 लाख रु का खर्च आएगा। ऊपर बताए गए खर्च और SIP की रकम काटने के बाद उनके पास लगभग 25,000 रु का मंथली सरप्लस बचेगा। उनको सबसे पहले इसका इस्तेमाल इमरजेंसी फ़ंड बनाने के लिए करना चाहिए और फिर बची रक़म फॉरेन ट्रिप के लिए निवेश करनी चाहिए। और इसके बाद बचे हुए पैसे को लंबे समय में वेल्थ बनाने के लिए फ्लैक्सी कैप फ़ंड में निवेश किया जा सकता है।
क्या करें: घर के रेनोवेशन और कार खरीदने के लिए फ्लैक्सी कैप फ़ंड में 11,000 रु की SIP करें।
फ़ंड
कबीर के म्यूचुअल फ़ंड पोर्टफ़ोलियो में बड़े बदलाव की ज़रूरत नहीं है। कुल रकम का 50 प्रतिशत, 35 प्रतिशत और 15 प्रतिशत क्रमश: लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप में निवेश किया गया है। इस तरह से पोर्टफोलियो अच्छी तरह से डायवर्सीफाइड है। कबीर के पोर्टफ़ोलियो में वैल्यू फ़ंड भी हैं और ये फ़ंड काफी हद तक फ्लैक्सी फ़ंड के समान हैं। अपने फ्लैक्सी कैप पोर्टफ़ोलियो का 20 से 30 प्रतिशत वैल्यू फ़ंड को एलोकेट करना अच्छा है। ये इन्वेस्टमेंट स्टाइल के लिहाज से अपने पोर्टफ़ोलियो को डायवर्सीफाइ करने में मदद करता है।
हालांकि कबीर को ये सुनिश्चित करना चाहिए कि वे अपने पोर्टफ़ोलियो में कोई नया फ़ंड शामिल न करें। ज्यादा फ़ंड पोर्टफा़ेलियो को मैनेज करना मुश्किल बन देते हैं। इसके अलावा मैच्योरिटी पर उनको NSC की रकम निकाल कर इक्विटी फ़ंड में निवेश करना चाहिए। इससे लंबे समय में बेहतर रिटर्न मिलेगा।
NSC आपको गारंटीड रिटर्न देती है लेकिन ये लंबे समय में मुश्किल से महंगाई को मात दे पाती है।
क्या करें: अपने पोर्टफ़ोलियो में कोई नया फ़ंड शामिल न करें।
इन बातों का रखें ध्यान
-अचानक आने वाली वित्तीय ज़रूरतों को पूरा करने के लिए इमरजेंसी फ़ंड जरूरी है।
- इमरजेंसी फ़ंड कम से कम छह माह के खर्च के बराबर होना चाहिए।
-अगर कोई आप पर आर्थिक तौर पर निर्भर है तो लाइफ इन्श्योरेंस जरूर खरीेदें।
-लाइफ इन्श्योरेंस के लिए टर्म इन्श्योरेंस सबसे अच्छा है क्योंकि वे कम कीमत में बड़ा कवर मुहैया कराता है।
-अपने पोर्टफ़ोलियो में वैल्यू फ़ंड शामिल करने से इन्वेस्टिंग स्टाइल के लिहाज से डायवर्सीफिकेशन मिलता है।