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आप क्या करते हैं जब कोई अच्छा स्टॉक महंगा हो जाता है? आमतौर पर, आपको तब तक इंतज़ार करना पड़ता है जब तक कि स्टॉक को लेकर जोश कुछ कम न हो जाए. हालांकि, SRF के मामले में, ऊंचे वैल्यूएशन को दरकिनार करने का एक तरीक़ा हो सकता है.
SRF और कामा होल्डिंग्स का दिलचस्प केस
भारत की सबसे बड़ी केमिकल कंपनियों में से एक, SRF में दमदार ग्रोथ देखने को मिली है. पिछले पांच साल में (दिसंबर 2023 को ख़त्म होने वाले 12 महीनों तक), इसका रेवेन्यू सालाना 14 फ़ीसदी बढ़ा है, और प्रॉफ़िट आफ़्टर टैक्स (PAT) सालाना क़रीब 18 फ़ीसदी बढ़ा है. इसीलिए, इसे बाज़ार से सपोर्ट मिला और इसी अवधि में इसके शेयर की क़ीमत सालाना लगभग 36 फ़ीसदी बढ़ी है. ग्रोथ के इन आंकड़ों के आधार पर, SRF में निवेश करना बिल्कुल सही लगता है. हालांकि, 50 गुना के आसमान छूते प्राइस-टू-अर्निंग (P/E) रेशियो पर, ये अपने पांच साल के औसत P/E रेशियो से काफ़ी ज़्यादा पर क़ारोबार कर रहा है.
इस वैल्यूएशन पर SRF में निवेश करना जोख़िम भरा है. हालांकि, SRF की ग्रोथ से अप्रत्यक्ष रूप से लाभ उठाने का एक तरीक़ा है, जो SRF की होल्डिंग कंपनी कामा होल्डिंग्स के ज़रिए किया जा सकता है. कामा के पास SRF की लगभग 50 फ़ीसदी हिस्सेदारी है और इसने पिछले पांच साल में, सालाना लगभग 21 फ़ीसदी की दर से दमदार रिटर्न दिया है.
कामा में निवेश से आप SRF की ग्रोथ का फ़ायदा कैसे उठाएं
- डिविडेंडः कामा होल्डिंग्स लगातार डिविडेंड का भुगतान करती है, अपनी लगभग सारी इनकम को बांट देती है. 6.7 फ़ीसदी की डिविडेंड यील्ड के साथ, कामा के शेयरधारक SRF की इनकम के बढ़ने के साथ भारी डिविडेंड की उम्मीद कर सकते हैं।
- एक अनूठी और आकर्षक वैल्यूः कामा की स्टैंडअलोन प्राइस-टू-बुक (P/B) वैल्यू लगभग 12 गुनी है. सरल शब्दों में कहें तो, बाज़ार कंपनी का वैल्यूएशन उसके सभी एसेट्स की वर्तमान वैल्यू से 12 गुना ज़्यादा करता है, जिसमें उसकी SRF में 50 फ़ीसदी की हिस्सेदारी भी शामिल है. लेकिन यहां एक अहम प्वाइंट है. कामा की बुक वैल्यू कैलकुलेशन, SRF में अपनी हिस्सेदारी पाने के लिए किए गए भुगतान के आधार पर की जाती है. हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में SRF की वैल्यू बढ़ी है. अगर आप SRF की वर्तमान मार्केट वैल्यू के आधार पर कामा का P/B कैलकुलेट करते हैं, तो ये आंकड़ा 0.2 गुना कम हो जाता है. सरल शब्दों में, SRF में कामा की हिस्सेदारी 80 फ़ीसदी डिस्काउंट पर उपलब्ध है.
- रिटर्न में सामंजस्य (Harmony in returns): ऐतिहासिक रूप से, जब भी SRF में कामा की हिस्सेदारी भारी डिस्काउंट पर ट्रेड होती है (जैसा कि वर्तमान में मामला है), कामा ने शेयर प्राइस की ग्रोथ के मामले में SRF से बेहतर प्रदर्शन किया है. इसका एक उदाहरण 2015-2020 के बीच की रैली है. मार्च 2015 में, SRF में कामा की हिस्सेदारी 80 फ़ीसदी डिस्काउंट पर क़ारोबार कर रही थी. अगले पांच साल में, भले ही SRF ने सालाना 23 फ़ीसदी रिटर्न दिया, लेकिन कामा के शेयर की क़ीमत में सालाना 34 फ़ीसदी की भारी बढ़ोतरी देखने को मिली. हालांकि, ध्यान दें कि जब डिस्काउंट कम था, तो इसका उल्टा भी हुआ. मार्च 2019 में, SRF में कामा की हिस्सेदारी 49 फ़ीसदी के डिस्काउंट पर उपलब्ध थी. अगले पांच वर्षों में, कामा के शेयर की क़ीमत में सालाना 25 फ़ीसदी की ग्रोथ हुई, जबकि उसी अवधि में SRF ने सालाना 46 फ़ीसदी का रिटर्न दिया.
लेकिन रुकिए! अभी निवेश करने में जल्दबाज़ी न करें. ऊपर बताए गए फ़ायदों के बावजूद, कई जोख़िम भी हैं.
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कामा होल्डिंग्स में निवेश के जोख़िम
- SRF पर निर्भरता: कामा की आय पूरी तरह से SRF के वित्तीय प्रदर्शन पर निर्भर करती है. SRF की आय में लगातार गिरावट से कामा पर गंभीर असर पड़ेगा.
- हिस्सेदारी में कमी: आप SRF की ग्रोथ से तभी लाभ उठा सकते हैं जब कामा के पास कंपनी में बहुमत (मेजॉरिटी) हिस्सेदारी हो. इसलिए, हिस्सेदारी में कोई भी बड़ी कमी न केवल एक ख़तरा है, बल्कि एक संभावित आपदा भी है. कामा ने अभी तक SRF से अलग होने की किसी योजना का खुलासा नहीं किया है. हालांकि, पिछले चार वर्षों में, इसकी हिस्सेदारी 52.3 फ़ीसदी से गिरकर 50.3 फ़ीसदी रह गई है.
- डिविडेंड में गिरावट: कामा ने अतीत में नियमित रूप से डिविडेंड का भुगतान किया है. लेकिन, अगर कामा नए वेंचर शुरू करती है, तो डिविडेंड का भुगतान प्रभावित हो सकता है.
निष्कर्ष
कामा होल्डिंग्स एक अनूठी पेशकश करती है. ये आपको ऊंचे वैल्यूएशन पर निवेश किए बिना SRF की ग्रोथ का फ़ायदा उठाने का मौका देती है. हालांकि, जोख़िमों को नज़रअंदाज नहीं किया जाना चाहिए.
साथ ही, ध्यान रहे कि इस आर्टिकल का उद्देश्य SRF और कामा होल्डिंग्स के बीच दिलचस्प संबंधों को उजागर करना है. हमने इन कंपनियों या उद्योग के बारे में डिटेल में पता नहीं लगाया है. निवेश करने से पहले अपनी तरफ से ख़ोजबीन कर लें.
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