बुक वैल्यू एक अकाउंटेंट का कंपनी की इक्विटी की वैल्यू का पैमाना है. इस स्क्रीनर का अहम आधार ये...  है कि मार्केट, अकाउंटेंट की तुलना में कम भरोसेमंद होते हैं क्योंकि मार्केट उतार-चढ़ाव वाले और तर्कहीन हो सकते हैं, जबकि अकाउंटेंट्स के अनुमान एक निश्चित दायरे में होते हैं. बुक से कम में स्टॉक ख़रीदना, वो दे सकता है जिसे बेन ग्राहम ने 'सेफ़्टी का मार्जिन' कहा था. दूसरी ओर, बुक वैल्यू पर भारी छूट में उपलब्ध स्टॉक में हाई रिस्क, कमज़ोर ग्रोथ आउटलुक और इक्विटी पर कम रिटर्न भी हो सकता है. इसलिए हमने इन सभी रिस्क के लिए ज़रूरी चेक लगाएं हैं. ये चेक इक्विटी, लेवरेज और ग्रोथ के आधार पर रिटर्न बताते हैं.   और पढ़ें