₹75,000 Cr एसेट संभालने वाली Roshi Jain की Strategy 6 प्वाइंट में समझें 

By: मोहित पाराशर 

Published 07 June 2024

1. सस्ते स्टॉक्स ख़रीदें

सस्ते वैल्यूएशन वाली क्वालिटी कंपनियों पर फ़ोकस रहता है. मीडियम से लॉन्ग टर्म में ग्रोथ की संभावनाओं वाली मज़बूत कंपनियों को चुनती हैं. 

2. इकोनॉमिक साइकिल का असर न हो

निवेशकों को अच्छी क्वालिटी और आकर्षक वैल्यूएशन वाली कंपनियों के ज़रिए डाइवर्सिटी बनाकर रखनी चाहिए, ताकि उनके निवेश पर बिज़नस के इकोनॉमिक साइकिल का असर न पड़े.

3. स्टॉक के लिए बॉटम-अप स्ट्रैटजी 

रोशी जैन की इन्वेस्टमेंट फ़िलॉसफ़ी स्टॉक चुनने के लिए बॉटम-अप रुख़ के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसमें सही वैल्यूएशन पर क्वालिटी वाली कंपनियों पर फ़ोकस किया जाता है.  

4. वैल्यूएशन पर नज़रिया

वैल्यूएशन के मामले में, रोशी जैन लॉन्ग-टर्म की अर्निंग, रिटर्न और कैश फ़्लो को ध्यान में रखते हुए एक मिला-जुला नज़रिया अपनाती हैं.  

5. शॉर्ट-टर्म में परफ़ॉर्मेंस को ज़्यादा अहमियत नहीं

रोशी जैन की कोशिश मीडियम से लॉन्ग-टर्म में अपने निवेशकों के लिए वैल्यू बनाना है, और मैं शॉर्ट-टर्म में बेहतर या ख़राब प्रदर्शन को ज़्यादा अहमियत न देना है. और कंसिस्टेंसी बरक़रार रखना है.

6. डाइवर्सिफ़ाइड और कॉन्सनट्रेटेड पोर्टफ़ोलियो

रोशी जैन का मानना है कि वो एक्टिव इन्वेस्टमेंट स्टाइल और फ़िलॉसफ़ी के ज़रिए ये पक्का करती हैं कि लॉन्ग-टर्म ग्रोथ के अवसरों को भुनाने के लिए पोर्टफ़ोलियो डाइवर्स और अच्छी स्थिति में रहे.