Kross IPO में है कमाई का मौक़ा? 

Published: 10th Sep  2024

By: Value Research Dhanak

क्या करती है Kross कंपनी? 

साल 1991 में स्थापित, 'क्रॉस' विशेष रूप से कमर्शियल व्हीकल के लिए trailer axles and suspension assemblies जैसे कई फ़ोर्ज्ड और मशीनी कंपोनेंट बनाती है. कंपनी झारखंड में पांच मैन्युफ़ैक्चरिंग फ़ैसिलिटी ऑपरेट करती है, और FY24 तक इसका कैपेसिटी यूटिलाइज़ेशन 68% था. 

Kross IPO की डिटेल 

IPO का कुल साइज़ (करोड़ ₹) 500   ऑफर फॉर सेल (करोड़ ₹) 250   नए इशू (करोड़ ₹) 250   प्राइस बैंड (₹) 228-240   सब्सक्रिप्शन की तारीख़ 9-11 सितंबर, 2024   उद्देश्य समय से पहले क़र्ज़ चुकाना, और वर्किंग कैपिटल और Capex की ज़रूरतों के   लिए फ़ंडिंग      

Kross IPO के बाद 

1548   नेट वर्थ (करोड़ ₹) 397   प्रमोटर होल्डिंग (%) 67.7   प्राइस/अर्निंग रेशियो (P/E) 34.5   प्राइस/बुक रेशियो (P/B) 3.9       मार्केट कैप (करोड़ ₹)

Kross की फ़ाइनेंशियल हिस्ट्री 

EBIT-- अर्निंग बिफ़ोर इंटरेस्ट एंड टैक्स PAT -- प्रॉफ़िट आफ्टर टैक्स

फ़ाइनेंशियल्स (करोड़ ₹) 2 साल का CAGR (%) FY24 FY23 FY22   रेवेन्यू 44.4 620 489 298   EBIT 76.8 75 53 24   PAT 91.8 45 31 12   नेट वर्थ  147 102 72   कुल डेट  119 88 86      

Kross के अहम रेशियो 

ROE -- रिटर्न ऑन इक्विटी ROCE -- रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड

3 साल का औसत (%) FY24 FY23 FY22   ROE (%) 25.9 30.6 30.3 16.8   ROCE (%) 26.2 32.9 30.5 15.2   EBIT मार्जिन (%) 10.4 12.1 10.9 8.1   डेट-टू-इक्विटी 0.8 0.9 1.2       रेशियो

Kross की ताक़त 

क्रॉस के प्रमुख क्लाइंट में Ashok Leyland और Tata International जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं, जिनका कंपनी के साथ लंबे समय से जुड़ाव है. 

Kross की कमज़ोरी 

क्रॉस के कुल रेवेन्यू का लगभग 50% हिस्सा इसके टॉप तीन क्लाइंट से आता है. कुछ ही क्लाइंट पर इतनी ज़्यादा निर्भरता जोख़िम भरी होती है. किसी भी क्लाइंट के साथ कोई विवाद इसके रेवेन्यू में भारी उतार-चढ़ाव ला सकता है. 

क्या पिछले 12 महीनों में टॉलिन टायर्स की टैक्स के पहले की कमाई ₹50 करोड़ से ज़्यादा है? 

हां. कंपनी ने FY24 में ₹61 करोड़ की 'टैक्स के पहले की कमाई' दर्ज़ की. 

डिस्क्लेमर

ये लेख IPO से जुड़ी जानकारी देने के लिए है. इसे निवेश की सलाह न समझें. ज़्यादा जानकारी के लिए अगली स्लाइड में दिए गए लिंक पर जाएं और धनक के “IPO अनालेसिस” आर्टिकल को पढ़ें.