Updated: 12th Sept 2024
By: Value Research Dhanak
Systematic Investment Plan से निवेश शुरू करते समय, सही फ़ंड कैटेगरी का चुनाव बेहद ज़रूरी है जो आपके निवेश के कारण और उसकी अवधि से मेल खाए. आगे जानेंं, 5 बड़ी बातें -
ज़रूरत के हिसाब से फ़ंड चुनें. रिटर्न के लिए थोड़ा ज़्यादा जोख़िम ले सकते हैं, तो मिड- और स्मॉल-कैप फ़ंड चुन सकते हैं. टैक्स बचाना चाहते हैं, तो टैक्स सेविंग फ़ंड चुनें.
म्यूचुअल फ़ंड चुनते समय, पिछले 5-10 साल का रिटर्न देखें. ये जानना भी ज़रूरी है कि 2008 जैसी बड़ी गिरावट में फ़ंड कितना गिरा. असल में, ख़ुद को बड़ी गिरावट से बचाने वाले फ़ंड बेहतर होते हैं.
चेक करें, फ़ंड मैनेजर कितने समय से म्यूचुअल फ़ंड के साथ है. अगर फ़ंड मैनेजर कई साल से फ़ंड मैनेज कर रहा है तो ये अच्छी बात है. अनुभवी फ़ंड मैनेजर मुश्किल समय में फ़ंड संभालना जानते हैं.
लॉन्ग-टर्म में फ़ंड का एक्सपेंस रेशियो आपके रिटर्न में बड़ा अंतर ला सकता है. ऐसे में, फ़ंड की फ़ीस और एग्ज़िट लोड जैसे ख़र्च चेक करें. लेकिन ये फ़ंड सबसे अहम फ़ैक्टर नहीं है.
ज़्यादा पैसा बनाने के चक्कर में बड़ी रक़म यानी एकमुश्त निवेश न करें. कई बार निवेशक एक बार में बड़ा निवेश करने के कारण SIP जारी नहीं रख पाते और उन्हें बाद में ज़्यादा मुनाफ़ा नहीं होता है.