Mutual funds या PMS आपके पैसे के लिए क्या सही है?

Updated:  18th Sept  2024

By: Value Research Dhanak

एक पाठक का सवाल 

एक फ़िनटेक ऐप ने मुझसे अपने सभी म्यूचुअल फ़ंड को रिडीम करने और उनसे PMS सर्विस लेने के लिए कहा है. क्या मुझे ऐसी सर्विस लेनी चाहिए? कृपया सलाह दें, क्योंकि मैं अपने रिटायरमेंट के काफ़ी क़रीब हूं.

PMS के लिए चाहिए बड़ी रक़म 

PMS के लिए बड़ी रक़म की ज़रूरत होती है, जो कम से कम ₹50 लाख तो होनी चाहिए. वहीं, म्यूचुअल फ़ंड के साथ अपने निवेश के सफ़र को केवल ₹100 की SIP से शुरू कर सकते हैं.

म्यूचुअल फ़ंड का फ़ायदा

म्यूचुअल फ़ंड के साथ बने रहने का एक फ़ायदा ये है कि इसमें निवेश बेचने के बाद लगने वाला टैक्स आपको अदा नहीं करना होता.  

म्यूचुअल फ़ंड कैसे काम करता है?

इक्विटी म्यूचुअल फ़ंड में, फ़ंड मैनेजर फ़ंड के निवेश को कई बार ख़रीदता-बेचता है. क्योंकि ये काम म्यूचुअल फ़ंड करता है. इसमें टैक्स की देनदारी तभी बनती है जब आप अपने फ़ंड से पैसा निकालते हैं और उस पर मुनाफ़ कमाते हैं.

PMS और Mutual fund में अंतर 

पैरामीटर MF PMS कॉस्ट कम ख़र्च बहुत ख़र्च डिजाइन पब्लिक मनी पूल कस्टमाइज़ पोर्टफ़ोलियो रेग्युलेशन और पारदर्शिता बहुत ज़्यादा रेग्युलेटेड और पारदर्शी; NAV का रोज़ाना डिसक्लोजर पारदर्शिता का कम स्तर निवेश का स्तर कम निवेश (₹100-₹5,000) बहुत ज़्यादा न्यूनतम निवेश (₹50 लाख) टैक्स विड्रॉल पर टैक्स कॉस्ट और टैक्स का बोझ निवेशक को उठाना पड़ता है