Equity Investment की शुरुआत कैसे करें?

Published: 29th Aug 2024

By: Value Research Dhanak

इक्विटी इन्‍वेस्‍टमेंट भारी उतार-चढ़ाव

मार्केट की गिरावट तेज़ होने के कारण इक्विटी में काफ़ी ज़्यादा उठा-पटक देखने को मिलती है. लेकिन ये आधी ही तस्वीर है. अगर पुराने डेटा पर ग़ौर करें तो इक्विटी निवेश ही लंबे समय में महंगाई को मात देने में क़ामयाब रहा है.

इक्विटी की ख़ासियत 

इक्विटी ही इकलौता एसेट क्‍लास है, जो महंगाई दर से 2-3% ज़्यादा रिटर्न दे सकता है. यही सबसे बड़ी वजह है जिसके चलते आपको इक्विटी में निवेश करना चाहिए. जानिए इक्विटी में निवेश के ऑप्शन.. 

इक्विटी निवेश का पहला ऑप्‍शन : Stocks 

ये बात सही है कि ट्रेडिंग, BSE, Bull और सेंसेक्‍स जैसे शब्‍द काफ़ी आकर्षक लग सकते हैं. इसके चलते आप शेयर बाज़ार में निवेश शुरू कर सकते हैं. लेकिन किसी भी नए इन्वेस्टर के लिए इस तरह की इन्‍वेस्टिंग से बचना ही बेहतर होगा.

इक्विटी निवेश का दूसरा ऑप्‍शन : म्‍यूचुअल फ़ंड 

म्‍यूचुअल फ़ंड अपने मैन्‍डेट के हिसाब से निवेशकों का पैसा मैनेज करते हैं. म्यूचुअल फ़ंड, इक्विटी में निवेश का काम काफ़ी आसान कर देते हैं. वो ऐसे कि ये आपके पोर्टफ़ोलियो को डायवर्सिफ़ाई करके रिस्‍क कम कर देते हैं. 

कैसे शुरू करें म्‍यूचुअल फ़ंड इन्‍वेस्‍टमेंट? 

कम जोख़िम वाली स्‍कीम चुने, जो अच्‍छा रिटर्न दे सके. निवेश शुरू कर लेने के बाद आप दूसरे निवेश में संभावनाएं तलाशें. ये थोड़ा बोरिंग भले ही लगे, पर दौड़ने से पहले पैदल चल लेना हमेशा ही बेहतर होता है. 

डिस्क्लेमर 

इस लेख का उद्देश्य निवेश की जानकारियां देना है. ये निवेश की सलाह नहीं है.