Updated: 15th Sept 2024
By: Value Research Dhanak
रेग्युलर प्लान के मुक़ाबले डायरेक्ट प्लान में एक्सपेंस रेशियो कम होता है. असल में, डायरेक्ट प्लान में ब्रोकरेज और एजेंट का कमीशन शामिल नहीं होता है. इससे डायरेक्ट प्लान में लंबे समय में थोड़ा ज़्यादा रिटर्न मिलता है. डायरेक्ट प्लान में निवेश के 4 तरीक़े…
Fintech Platform: फ़िनटेक प्लेटफ़ॉर्म एक तरह का ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म है. ज़ीरोधा का क्वायन, ग्रो और अपस्टॉक्स भी ऐसे ही प्लेटफ़ॉर्म हैं, जो फ़ंड निवेश में आपकी मदद करते हैं. आप कुछ ही मिनटों में अपना ट्रेडिंग अकाउंट खोल सकते हैं.
MF Utilities: आपके पास MFU का विकल्प भी है. ये एक साझा प्लेटफ़ॉर्म है, जो अलग-अलग AMC के आपसी समझौते से बना है. इसके लिए निवेशक को एक कॉमन अकाउंट नंबर (CAN) बनाना होता है. ये अलग-अलग AMC के डायरेक्ट फ़ंड में निवेश करने में मदद करता है.
निवेशक AMC की वेबसाइट में जाकर अपना अकाउंट खुलवा कर भी ऑनलाइन निवेश कर सकते हैं. फ़ंड की वेबसाइट के साथ एक अकाउंट बनाने से हमें सिर्फ़ उसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी के फ़ंड चुनने की सहूलियत होती है, जिसकी वो वेबसाइट है.
अगर निवेशक ऑनलाइन निवेश नहीं करना चाहते तो वे एसेट मैनेजमेंट कंपनी की नज़दीकी ब्रांच में जाकर ऑफ़लाइन निवेश कर सकते हैं. ब्रांच से ही उन्हें म्यूचुअल फ़ंड एप्लीकेशन फ़ॉर्म या SIP फ़ॉंर्म मिलेगा. इसमें डायरेक्ट प्लान में निवेश के लिए, डायरेक्ट ऑप्शन बॉक्स चेक करना होगा.