Updated: 19th Sept 2024
By: Value Research Dhanak
अपने निवेश को 5 साल में दोगुना कैसे करें? दमदार रिटर्न के लिए बेस्ट ऑप्शन क्या है? ऐसे सवाल हमको अक्सर मिलते रहते हैं. लेकिन, हमारा मानना है कि रिटर्न को ज़्यादा करने के बजाय आपका लक्ष्य इक्विटी और डेट के बीच सही संतुलन होना चाहिए
अपने निवेश के दोगुना करने के लिए 5 साल का समय काफ़ी कम समय है. इस गोल के लिए, आपको 15% का सालाना रिटर्न कमाने की ज़रूरत है. पूरे इक्विटी निवेश से बने पोर्टफ़ोलियो के लिए भी ये एक मुश्किल गोल है.
आपको समझना चाहिए कि क्या रिटायरमेंट के बाद आप सभी ख़र्चों के लिए क्या अपने निवेश पर पूरी तरह निर्भर होंगे. अगर ऐसा है तो इसके लिए इक्विटी में 100% पैसा एलोकेट करना बहुत रिस्की हो सकता है.
अपना सारा पैसा फ़िक्स्ड इनकम में लगाना भी ठीक नहीं क्योंकि ये लंबे समय में महंगाई को मात देने वाला रिटर्न नहीं दे सकता है. इसका हल यही है कि इक्विटी और डेट के सही कॉम्बिनेशन के साथ आप एक एसेट एलोकेट करने का प्लान बना सकते हैं.
अगर, किसी 55 साल के व्यक्ति का उदाहरण लें तो उसके लिए 50:50 का इक्विटी-डेट में एलोकेशन ठीक रहेगा. लेकिन इक्विटी में एक बार में निवेश मत करें; बल्कि, अपना पैसा 2-3 साल में फैला कर लगाएं.
अपने डेट इन्वेस्टमेंट का 6-7% और इक्विटी से 11-12% का औसत रिटर्न मानते हुए, आप 9-10% का सालाना रिटर्न कमाने की उम्मीद कर सकते हैं. इसका मतलब ये है कि अगले पांच साल में आपका कॉर्पस दो गुना नहीं तो 50 से 60 फ़ीसदी तो बढ़ ही जाएगा.
ध्यान रखें कि रिटायरमेंट के दौरान महंगाई और एडजस्ट की हुई आमदनी का आनंद लेने के लिए आपको अपने पैसे का कम से कम एक तिहाई हिस्सा इक्विटी में निवेश करना चाहिए. और, आपको अपने कॉर्पस के विड्रॉल को 6% तक ही सीमित रखना है.