Published on: 11th March 2025
पिछले कुछ महीनों से शेयर बाज़ार में जारी गिरावट का असर म्यूचुअल फ़ंड के रिटर्न पर भी दिख रहा है. हालांकि, कुछ फ़ंड ऐसे रहे हैं, जिन्होंने ऐसे माहौल में भी अपने निवेशकों को दमदार रिटर्न दिया है. जानिए 2025 (डेटा 10 मार्च, 2025 का है) के टॉप 10 म्यूचुअल फ़ंड के बारे में…
ख़ास बात ये है कि आगे दी टॉप परफ़ॉर्मिंग म्यूचुअल फ़ंड की लिस्ट पर भारतीय बाज़ार में जारी गिरावट का असर दिखाई दिया है. इसलिए इस लिस्ट में ज़्यादातर अंतर्राष्ट्रीय बाज़ारों में निवेश करने वाले भारतीय फ़ंड ही जगह बना सके हैं. और, यहां इन फ़ंड के प्वाइंट टू प्वाइंट रिटर्न के बारे में ही बताया गया है.
रिटर्नः 10.57% इस फ़ंड का उद्देश्य उन वैश्विक ETF की यूनिट्स में निवेश करके लंबे समय में पूंजी बढ़ाना है, जो अमेरिका को छोड़कर विकसित बाज़ारों के प्रदर्शन को ट्रैक करते हैं.
रिटर्नः 10.65% फ़ंड का उद्देश्य मुख्य तौर पर फ्रैंकलिन यूरोपियन ग्रोथ फ़ंड की यूनिट्स में निवेश के जरिए पूंजी को बढ़ाना है, जो एक विदेशी इक्विटी फ़ंड है और मुख्य रूप से यूरोपीय देशों में बनी कंपनियों के सिक्योरिटीज़ में निवेश करता है.
रिटर्नः 11.80% ये फ़ंड फर्स्ट ट्रस्ट स्ट्रैटेजिक मेटल एंड एनर्जी इक्विटी USITS फ़ंड की यूनिट/ स्टॉक्स में निवेश करता है. समय-समय पर लिक्विडिटी की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए घरेलू डेट या मनी मार्केट सिक्योरिटीज़ और/या डेट म्यूचुअल फ़ंड स्कीमओं/घरेलू म्यूचुअल फ़ंड की लिक्विड स्कीमों में एक निश्चित हिस्सा निवेश कर सकता है. .
रिटर्नः 12.26% ये फ़ंड मुख्य रूप से भारत के बाहर लिस्ट विदेशी कंपनियों के शेयरों में निवेश करता है.
रिटर्नः 16.54% ये फ़ंड मुख्य रूप से भारत के बाहर लिस्ट विदेशी कंपनियों के शेयरों में निवेश करता है.
रिटर्नः 17.12% ये फ़ंड मुख्य रूप से बड़ी कंपनियों पर जोर के साथ यूरोपीय कंपनियों की इक्विटी सिक्योरिटीज़ में निवेश करता है.
रिटर्नः 20.75% ये फ़ंड मुख्य रूप से भारत के बाहर लिस्ट गोल्ड माइनिंग कंपनियों के शेयरों में निवेश करता है. FoF होने के नाते, ये अपनी एसेट्स को सीधे संबंधित सिक्योरिटीज़ के बजाय म्यूचुअल फ़ंड स्कीम्स के एक सेट में निवेश करता है.
रिटर्नः 21.35% ये फ़ंड मुख्य रूप से भारत के बाहर लिस्ट विदेशी कंपनियों के शेयरों में निवेश करता है. पैसिव तरीक़े से मैनेज होने के कारण, ये अपने चुने हुए बेंचमार्क इंडेक्स के पोर्टफ़ोलियो को दोहराता है.
रिटर्नः 34.16% ये फ़ंड मुख्य रूप से भारत के बाहर लिस्टेड विदेशी कंपनियों के शेयरों में निवेश करता है. पैसिव तरीक़े से मैनेज होने के कारण, ये अपने चुने हुए बेंचमार्क इंडेक्स के पोर्टफ़ोलियो को दोहराता है.
रिटर्नः 43.36% ये फ़ंड मुख्य रूप से भारत के बाहर लिस्ट विदेशी कंपनियों के शेयरों में निवेश करता है. फ़ंड ऑफ फ़ंड्स होने के नाते, ये अपनी एसेट्स को सीधे संबंधित सिक्योरिटीज़ के बजाय म्यूचुअल फ़ंड स्कीम्स के एक सेट में निवेश करता है.