Published: 13th Feb 2025
शंकर कृष्णमूर्ति का सवाल: मैं अपने स्टॉक्स और म्यूचुअल फ़ंड्स बेचकर बेंगलुरु नॉर्थ में फ़्लैट ख़रीदने की सोच रहा हूं. क्या अगले 5 साल के नज़रिए से ये सही फ़ैसला होगा? या मुझे अपने निवेश को बनाए रखना चाहिए और 5 साल बाद फ़्लैट ख़रीदना चाहिए?
फ़्लैट ख़रीदने का फ़ैसला आसान नहीं है. ये सिर्फ़ उस एसेट की क़ीमत पर निर्भर नहीं करता. आपको लोकेशन, संभावित ग्रोथ और क़ीमत में बढ़ोतरी जैसी चीज़ों पर ध्यान देना होगा. अगर लोकेशन आने वाले समय में डेवलप हो रही है और क़ीमत बढ़ने की संभावना है, तभी ये विचार सही हो सकता है.
अगर आपको सालाना 4-6% तक का किराया मिल रहा है, तो ये अच्छा सौदा हो सकता है. लेकिन ये किराया फ़्लैट की कुल क़ीमत के रेशियो में होना चाहिए. तभी ये निवेश सही रहेगा.
म्यूचुअल फ़ंड्स में आपका पैसा बिना किसी झंझट के बढ़ता है. यहां टैक्स तब तक नहीं देना पड़ता, जब तक आप अपना निवेश रिडीम नहीं करते. इसके अलावा, म्यूचुअल फ़ंड्स में आपका निवेश कई विकल्प में फै़ला होता है, जिससे आपका रिस्क कम हो जाता है.
फ़्लैट ख़रीदने का मतलब है कि आपका पूरा पैसा एक ही एसेट में लॉक हो जाएगा. इसे बेचने में समय और मेहनत लगेगी. और अगर फ़्लैट की क़ीमत में बढ़ोतरी नहीं हुई तो आपको न केवल नुक़सान होगा, बल्कि ये आपकी फ़ाइनेंशियल प्लानिंग को भी बिगाड़ सकता है.
अगर आप फ़्लैट सिर्फ़ किराये के लिए ख़रीद रहे हैं, तो आपको ये ध्यान रखना होगा कि फ़्लैट की क़ीमत बहुत सस्ती हो और किराये से रेग्युलर इनकम की गारंटी हो. अगर ऐसा नहीं है, तो म्यूचुअल फ़ंड्स जैसा विकल्प आपको कहीं ज़्यादा फ़ायदा देगा.
अगर आप ख़ुद किराये के घर में रह रहे हैं, तो अपना फ़्लैट ख़रीदने का फ़ैसला मानसिक शांति देता है. ये आपके लिए आर्थिक से ज़्यादा भावनात्मक सुकून का सौदा है. चाहे रिटर्न थोड़ा कम हो, लेकिन अपने घर का आराम किसी भी निवेश से बढ़कर होता है.
रियल एस्टेट निवेश पेचीदा और जोखिम भरा हो सकता है. म्यूचुअल फ़ंड्स निवेश को न केवल सरल बनाते हैं, बल्कि आपको अपने पैसे पर नियंत्रण भी देते हैं. यहां निवेश करना ज़्यादा लचीला और फ़ायदेमंद हो सकता है.
फ़्लैट ख़रीदना सिर्फ़ निवेश नहीं है, ये आपके सभी पैसे को एक ही जगह बांध देता है. इसे निवेश की भाषा में ‘कंसंट्रेशन रिस्क’ कहते हैं. इसके विपरीत, म्यूचुअल फ़ंड्स में आपके पैसे कई जगह निवेश होते हैं, जिससे रिस्क अपने आप कम हो जाता है.
अखिर में, यह देखना ज़रूरी है कि फ्लैट ख़रीदने का फ़ैसला आपके फ़ाइनेंशियल प्लान और रिस्क उठाने की क्षमता के अनुरूप है या नहीं. अगर ऐसा नहीं है, तो म्यूचुअल फ़ंड्स का विकल्प आपके लिए सही रहेगा.
अगर आप अगले 5 साल में ज़्यादा रिटर्न पाना चाहते हैं, तो स्टॉक्स और म्यूचुअल फ़ंड्स को बनाए रखना ज़्यादा समझदारी भरा हो सकता है. 5 साल बाद आप फ्लैट ख़रीदने के लिए बेहतर स्थिति में होंगे.
अगर आपका मक़सद केवल किराये के लिए फ़्लैट ख़रीदना है, तो म्यूचुअल फ़ंड्स की सरलता और बेहतर रिटर्न को प्राथमिकता दें. लेकिन अगर आप अपने लिए घर ख़रीद रहे हैं, तो ये आर्थिक से ज़्यादा भावनात्मक संतोष का फ़ैसला है. सोच-समझकर और अपने गोल के हिसाब से निवेश करें.
📌 यह जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्य के लिए है. 📌 निवेश करने से पहले अपनी रिसर्च करें या फाइनेंशियल एक्सपर्ट से सलाह लें. ✔️ सही जानकारी, सही फैसला!