NPS vs EPF: Which is better to save tax?

NPS vs EPF: Which is better to save tax?

Published: 27th Feb 2025

रिटायरमेंट सेविंग के अच्छे विकल्प 

NPS (National Pension System) और EPF (Employees' Provident Fund) दोनों रिटायरमेंट सेविंग के अच्छे विकल्प हैं. लेकिन कौन-सा बेहतर है? आइए तुलना करते हैं.

EPF क्या है? 

EPF एक सरकारी रिटायरमेंट फ़ंड है, जिसमें कर्मचारी और नियोक्ता हर महीने योगदान करते हैं. इसमें तय ब्याज मिलता है और रिटायरमेंट पर पूरी राशि निकाली जा सकती है.

NPS क्या है? 

NPS एक पेंशन स्कीम है, जिसमें निवेशक अपनी पसंद से इक्विटी और डेट में पैसा लगा सकते हैं. रिटायरमेंट पर कुछ हिस्सा निकाला जा सकता है और बाक़ी से एन्युटी ख़रीदनी होती है.

टैक्स छूट में कौन बेहतर? 

EPF में पुरानी कर व्यवस्था के तहत पूरा ब्याज टैक्स-फ़्री था, लेकिन नई व्यवस्था में ये फ़ायदा नहीं है. वहीं, NPS में धारा 80CCD(1B) के तहत ₹50,000 तक की अतिरिक्त छूट मिलती है.

रिटर्न की तुलना 

Universal Pension Scheme NPS को रिप्लेस नहीं करेगी. NPS अपनी जगह बना रहेगा और वैकल्पिक विकल्प के रूप में मौजूद रहेगा.

लिक्विडिटी और निकासी नियम 

EPF में रिटायरमेंट के बाद पूरी रकम निकाल सकते हैं. NPS में 60% राशि टैक्स-फ्री निकाली जा सकती है, लेकिन 40% से एन्युटी लेना अनिवार्य है.

जोखिम और स्थिरता

EPF में गारंटीड रिटर्न मिलता है, इसलिए ये स्थिर है. NPS में रिटर्न बाज़ार से जुड़ा होता है, जो जोखिम के बावजूद लॉन्ग-टर्म में ज़्यादा रिटर्न दे सकता है.

क्या सही है आपके लिए? 

अगर आप बिना जोखिम के निश्चित ब्याज चाहते हैं, तो EPF बेहतर है. अगर आप ज़्यादा रिटर्न के लिए लंबी अवधि तक निवेश करना चाहते हैं, तो NPS सही हो सकता है.

निष्कर्ष

EPF और NPS दोनों के अपने फ़ायदे हैं. सही विकल्प आपकी जोखिम लेने की क्षमता और रिटायरमेंट प्लानिंग पर निर्भर करता है.

🚨 डिस्क्लेमर 

ये स्टोरी सिर्फ़ जानकारी के लिए है. किसी भी निवेश से पहले अपनी रिसर्च ज़रूर करें और फ़ाइनेंशियल एडवाइज़र से सलाह लें.