होली में हम कई रंगों का इस्तेमाल करते हैं, जो जीवन के अलग-अलग रंगो का प्रतीक है. इसी तरह, अपने निवेश पोर्टफ़ोलियो में डाइवर्सिटी लाना ज़रूरी है. स्टॉक्स, बॉन्ड्स, रियल एस्टेट, गोल्ड आदि में निवेश करके आप जोखिम को कम कर सकते हैं और स्थिर रिटर्न पा सकते हैं.
जैसे होली खेलते समय हम सुरक्षित और प्राकृतिक रंगों का चुनाव करते हैं, वैसे ही निवेश करते समय भी सुरक्षा और सावधानी ज़रूरी है. हाई रिस्क वाले निवेश से बचें और अपनी जोखिम क्षमता के अनुसार ही निर्णय लें.
होली बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. इसी तरह, हमें अपनी बुरी निवेश आदतों, जैसे बिना रिसर्च के निवेश करना या अफ़वाहों पर विश्वास करना, का त्याग करना चाहिए. सही जानकारी और समझ के साथ निवेश निर्णय लें.
होली की मिठाइयां समय और धैर्य से बनती हैं. उसी प्रकार, निवेश में धैर्य और लंबे समय का नज़रिया अपनाने से ही मीठे फल मिलते हैं. जल्दबाज़ी में निर्णय लेने से बचें और अपने निवेश को समय दें.
जैसे हम होली के बाद सफ़ाई करते हैं, वैसे ही अपने निवेश पोर्टफ़ोलियो की रेग्युलर समीक्षा और ज़रूरी एडस्टमेंट करना ज़रूरी है. इससे आप बदलते बाज़ार की परिस्थितियों के अनुसार अपने निवेश को एडस्ट कर सकते हैं.
होली खेलते समय हम अतिरिक्त रंग और पानी का प्रावधान रखते हैं. उसी प्रकार, जीवन की अनिश्चितताओं के लिए एक इमरजेंसी फ़ंड बनाना ज़रूरी है, जो अचानक आने वाले ख़र्चों में मददगार हो सकता है.
अगर आपके पास कैश बेकार में रखा हुआ है, तो उसे सही निवेश में लगाएं. इससे धन की बढ़ोतरी होगी और आप अपने फ़ाइनेंशियल गोल को पा सकेंगे.
ये निवेश की सलाह नहीं बल्कि जानकारी के लिए है. अपने निवेश से पहले अच्छी तरह से रिसर्च करें.