Published on: 11th March 2025
हाल ही में शेयर बाज़ार में भारी गिरावट देखी गई है, जिससे स्मॉल और मिड-कैप म्यूचुअल फ़ंड्स में निवेश करने वाले चिंतित हैं.
पिछले कुछ महीनों में, स्मॉल और मिड-कैप फ़ंड्स में 20% से ज़्यादा की गिरावट आई है, जिससे निवेशक असमंजस में हैं.
एक्सपर्ट्स का मानना है कि निवेशकों को घबराने की बजाय अपने निवेश की समीक्षा करनी चाहिए और लॉन्ग-टर्म का नज़रिया बनाए रखना चाहिए.
निवेशकों को अपनी रिस्क लेने की क्षमता और फ़ाइनेंशियल गोल के आधार पर निवेश के फ़ैसले लेने चाहिए.
पोर्टफ़ोलियो में लार्ज-कैप फ़ंड्स के साथ स्मॉल और मिड-कैप फ़ंड्स का बैलेंस बनाए रखना ज़रूरी है.
अगर आप 5-7 साल से कम सयम के लिए पैसा लगा रहे हैं, तो स्मॉल-कैप फ़ंड्स में निवेश से बचना चाहिए.
शेयर बाज़ार में उतार-चढ़ाव सामान्य बात है; धैर्य और अनुशासन से निवेश जारी रखना ज़्यादा फ़ायदेमंद हो सकता है.
ज़रूरत पड़ने पर सेबी रजिस्टर्ड फ़ाइनेंशियल एडवाइज़र से सलाह लें और इधर-उधर की सुनी-सुनाई बातों या टिप के आधार पर अपना पैसा निवेश मत करें.
मार्केट की गिरावट में घबराने की बजाय, समझदारी से अपने निवेश की समीक्षा करें अगर आपका निवेश आपके लक्ष्य के मुताबिक़ है तो उसे मत छेड़िए और अपने इन्वेस्टमेंट प्लान पर बने रहें.
याद रखें, निवेश एक गंभीर फ़ैसला है. सही जानकारी और प्लानिंग से ही बेहतर कल की शुरुआत होती है. इस लेख का उद्देश्य निवेश से जुड़ी जानकारी देना है, निवेश से पहले एक्सपर्ट की राय ज़रूर लें.