Published on: 10th March 2025
हाल ही में, IndusInd Bank के शेयर ने बाजार को चौंका दिया है. बड़ी गिरावट के पीछे क्या कारण हैं, ये जानना ज़रूरी है. आइए इसकी मूल वजहों पर एक नज़र डालें.
10 मार्च 2025 को, IndusInd Bank के शेयर में 6% की गिरावट आई, और ये 881 रुपये के न्यूनतम स्तर पर आ गया. इस गिरावट के पीछे ख़ास तौर पर RBI के निर्णय को माना जा रहा है.
भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंक के CEO, सुमंत कठपालिया का कार्यकाल बोर्ड की सिफा़रिश के बावजूद केवल एक साल के लिए बढ़ाया. ये बैंक के लिए अनिश्चितता का वातावरण बना रहा है.
ये पहली बार नहीं है जब RBI ने ऐसा कदम उठाया है. इससे पहले RBL और YES Bank के CEO के मामलों में भी समान रूख अपनाया गया था, जो निवेशकों के लिए चिंता का विषय बना.
दिसंबर 2024 की तिमाही में बैंक का मुनाफ़ा 39% गिरकर ₹140 करोड़ रह गया, जिससे बैंक की फ़ाइनेंशियल स्थिति पर बड़े प्रश्नचिह्न लग गए.
बैंक के फंसे हुए कर्जों (NPA) में ग्रोथ हुई है, जो अब 2.25% हो गई है, जबकि पिछले साल ये 1.92% थी. इस बढ़ती हुई संख्या ने बैंक के फ़ाइनेंशियल हेल्थ पर गहरी चोट की है.
शेयर की क़ीमत में पिछले एक साल में 41.97% की गिरावट देखी गई, जो निवेशकों के लिए एक बड़ी चेतावनी है.
वैल्यू रिसर्च ने बैंक को 4 स्टार रेटिंग दी है, जो इसके मज़बूत मैनेजमेंट और फ़ाइनेंशियल स्थिरता को दर्शाता है. हालांकि, इसके मोमेंटम स्कोर का कम होना चिंता का विषय है.
बैंक की फ़ाइनेंशियल स्थिति और नेतृत्व संबंधित अपडेट्स पर नज़र रखना ज़रूरी है. ये आपके निवेश के फै़सले को प्रभावित कर सकते हैं.
अगर बैंक अपने कर्ज को कम करने और फ़ाइनेंशियल स्थिरता में सुधार करने में सफ़ल रहता है, तो भविष्य में शेयर की क़ीमत में सुधार हो सकता है.
याद रखें, निवेश एक गंभीर फ़ैसला है. सही जानकारी और प्लानिंग से ही बेहतर कल की शुरुआत होती है. इस लेख का उद्देश्य निवेश से जुड़ी जानकारी देना है, निवेश से पहले एक्सपर्ट की राय ज़रूर लें.