Published: 3rd March 2025
क्या आप जानना चाहते हैं कि भारत के सबसे सफ़ल निवेशकों में से एक भरत शाह ग्रोथ की संभावनाओं की पहचान कैसे करते हैं?
अच्छी अर्निंग ग्रोथ हमेशा शानदार रिटर्न की गारंटी नहीं होती. कंपनी का ट्रैक रिकॉर्ड भी मज़बूत होना चाहिए.
भरत शाह के मुताबिक़, निवेशकों को सिर्फ़ अर्निंग ग्रोथ नहीं बल्कि ROCE (रिटर्न ऑन कैपिटल एम्पलॉयड) पर भी ध्यान देना चाहिए.
मान लीजिए कि दो लोग डेयरी बिज़नस चला रहे हैं. – पहले व्यक्ति ने ₹10 लाख निवेश किए और 5% अर्निंग ग्रोथ हासिल की. – दूसरे ने ₹20 लाख लगाए लेकिन वही 5% ग्रोथ पाई. पहला व्यक्ति पूंजी का ज़्यादा कुशलता से इस्तेमाल कर रहा है. यही ROCE का महत्व है.
भरत शाह ने एक मेट्रिक्स तैयार किया है, जिससे आप कंपनियों की संभावनाओं को समझ सकते हैं: – विनर: अर्निंग ग्रोथ > 15% और ROCE > 20% – महत्वाकांक्षी: अर्निंग ग्रोथ 5-15% और ROCE > 20% – सम्मानजनक: अर्निंग ग्रोथ < 5% और ROCE > 20% – ट्रेडमिल: अर्निंग ग्रोथ > 20% और ROCE 10-20% – स्ट्रगलर: अर्निंग ग्रोथ < 15% और ROCE 15-20% – पैसा डुबोने वाले: अर्निंग ग्रोथ < 15% और ROCE < 10%
लंबी अवधि में वेल्थ बनाने के लिए ‘विनर’ और ‘महत्वाकांक्षी’ कंपनियों में निवेश करें. ये कंपनियां लगातार ग्रोथ देने की संभावना रखती हैं.
याद रखें, निवेश एक गंभीर फ़ैसला है. सही जानकारी और प्लानिंग से ही बेहतर कल की शुरुआत होती है. इस लेख का उद्देश्य निवेश से जुड़ी जानकारी देना है, निवेश से पहले एक्सपर्ट की राय ज़रूर लें.