Published: 3rd March 2025
रिटायरमेंट प्लानिंग सिर्फ़ बचत नहीं, बल्कि भविष्य की सुरक्षा का सवाल है. लेकिन क्या NPS वाक़ई PPF और EPF से बेहतर है? चलिए इस बारे में विस्तार से जानते हैं.
2009 में NPS (National Pension Scheme) ने एंट्री ली, लेकिन तब तक PPF और EPF निवेशकों के दिलों पर राज कर रहे थे. NPS ने धीरे-धीरे अपने निवेशकों की संख्या बढ़ाई और लोगों का भरोसा जीतना शुरू किया.
तेज़ी से बढ़ते हुए NPS ने हाल ही में अपने 15 साल पूरे कर लिए हैं और बीते 10 साल में 35 लाख से ज़्यादा लोगों को अपने प्लान में शामिल कर लिया है. अब ये PPF और EPF को चुनौती दे रहा है.
– इक्विटी एक्सपोज़र: जो आपके निवेश को तेज़ ग्रोथ देता है. – ₹50,000 की अतिरिक्त टैक्स छूट, जिससे आपका टैक्स बचता है. – बड़ा रिटायरमेंट कॉर्पस, जिससे भविष्य में आर्थिक तनाव नहीं रहेगा. – ऑटोमैटिक पोर्टफ़ोलियो रिबैलेंसिंग, ताकि मार्केट के उतार-चढ़ाव से बचा जा सके.
NPS में आपको 25%, 50% और 75% तक इक्विटी एलोकेशन का ऑप्शन मिलता है, जो EPF और PPF जैसे फ़िक्स्ड इनकम ऑप्शन के मुक़ाबले बेहतर रिटर्न की संभावना देता है. हां, रिस्क है, लेकिन ग्रोथ भी है.
याद रखें, निवेश एक गंभीर फ़ैसला है. सही जानकारी और प्लानिंग से ही बेहतर कल की शुरुआत होती है. इस लेख का उद्देश्य निवेश से जुड़ी जानकारी देना है, निवेश से पहले एक्सपर्ट की राय ज़रूर लें.