Published on: 6th March 2025
बैलेंस्ड फ़ंड वो म्यूचुअल फ़ंड होते हैं जो आपके पैसे को शेयर और बॉन्ड, दोनों में लगाते हैं. इससे आपको दोनों का फ़ायदा मिलता है.
इन फ़ंड्स में ज़्यादा पैसा शेयरों में लगता है. ये थोड़े रिस्की होते हैं पर हाई रिटर्न दे सकते हैं.
ये फ़ंड्स बॉन्ड में ज़्यादा पैसा लगाते हैं और रिस्क कम होता है. इनसे आपको स्थिर इनकम मिलती है.
बैलेंस्ड फ़ंड रिस्क को बहुत अच्छे से मैनेज करते हैं. ये निवेशकों को बड़े बाज़ार के झटके से बचाने में मदद करते हैं.
बैलेंस्ड फ़ंड अच्छा रिटर्न देते हैं और वो भी बिना बहुत जोखिम के. ये आपके निवेश को बाज़ार की उठापटक से बचाते हैं.
इक्विटी-ओरिएंटेड बैलेंस्ड फ़ंड पर एक साल से ज़्यादा होल्ड करने पर आपको सिर्फ़ 10% टैक्स देना होता है, जो ₹1 लाख तक टैक्स फ्री है.
अगर आप एक लंबे समय तक पैसा लगाना चाहते हैं तो बैलेंस्ड फ़ंड आपके लिए बेस्ट है. नए निवेशक जो रिस्क से बचना चाहते हैं, उनके लिए भी ये अच्छे हैं.
बैलेंस्ड फ़ंड ज़्यादा लचीले नहीं होते और इनका एक्सपेंस रेशियो थोड़ा ज़्यादा हो सकता है. लेकिन इनके फ़ायदे इन नुक़सानों से ज़्यादा होता हैं.
याद रखें, निवेश एक गंभीर फ़ैसला है. सही जानकारी और प्लानिंग से ही बेहतर कल की शुरुआत होती है. इस लेख का उद्देश्य निवेश से जुड़ी जानकारी देना है, निवेश से पहले एक्सपर्ट की राय ज़रूर लें.