Published on: 7th March 2025
BAF यानी बैलेंस्ड एडवांटेज फ़ंड और निफ़्टी 50 इंडेक्स फ़ंड में क्या अंतर है? एक एक्टिव मैनेजमेंट पर निर्भर करता है, दूसरा एक निश्चित इंडेक्स को फ़ॉलो करता है.
ये एक तरह का हाइब्रिड फ़ंड है जो अपनी निवेश स्ट्रैटेजी में लगातार बदलाव करता है, मार्केट के हिसाब से इक्विटी और डेट में निवेश का संतुलन बनाए रखता है.
मार्केट नीचे जाने पर BAF ज़्यादा सुरक्षित डेट में निवेश करके आपके पैसे की सुरक्षा करता है.
ये फ़ंड निफ़्टी 50 के शेयरों में ठीक उसी अनुपात में निवेश करता है, जिससे मैनेजमेंट लागत कम रहती है और प्रक्रिया सरल होती है.
निफ़्टी 50 इंडेक्स फ़ंड बढ़ते बाज़ार में अच्छा प्रदर्शन करते हैं क्योंकि ये सिर्फ इक्विटी पर निर्भर होते हैं और पूरे बाज़ार की तेज़ी का लाभ उठाते हैं.
हम अलग-अलग दौर के आंकड़े दिखाते हैं जब बाज़ार तेज़ी में था और BAF तथा निफ़्टी 50 ने कैसे प्रदर्शन किया.
गिरावट के समय BAF ने अपने डेट आवंटन के कारण नुक़सान को सीमित रखा, जबकि निफ़्टी 50 ज्यादा प्रभावित हुआ.
अगर आप मार्केट की गिरावट से चिंतित रहते हैं, तो BAF आपके लिए बेहतर होगा. अगर आप जोखिम उठा सकते हैं और बाज़ार की तेजी से फ़ायदा उठाना चाहते हैं, तो निफ़्टी 50 चुनें.
याद रखें, निवेश एक गंभीर फ़ैसला है. सही जानकारी और प्लानिंग से ही बेहतर कल की शुरुआत होती है. इस लेख का उद्देश्य निवेश से जुड़ी जानकारी देना है, निवेश से पहले एक्सपर्ट की राय ज़रूर लें.