12 महीने से ज़्यादा पुराने इक्विटी निवेश से मिलने वाले मुनाफ़े पर 10% टैक्स लगता है. आइए जानते हैं कि Tax Harvesting टैक्स बचाने और रिटर्न को बढ़ाने करने में कितनी मददगार है?
Tax Harvesting ऐसी रणनीति है जहां आप निवेश के मुनाफ़े को ₹1 लाख की सीमा के भीतर बेच देते हैं, और बिना टैक्स चुकाए दोबारा निवेश कर देते हैं. ये रणनीति कैसे फ़ायदा पहुंचा सकती है?
संभावित टैक्स सेविंग के बावजूद, इस पूरी कोशिश से रिटर्न में इतनी कम बढ़ोतरी को सही नहीं ठहरा सकते. हमारे अनालेसिस पढ़कर आपको ये पूरी बात समझ में आ जाएगी!
Tax Harvesting की कुछ कमियां जैसे-मार्केट के अवसरों से चूक जाना और फ़ंड ट्रांसफ़र में देरी आपका नुक़सान करा सकती है. ऐसे में क्या ये आपके लिए सही स्ट्रैटजी होगी?
Tax Harvesting से कुछ टैक्स तो बच सकता है, लेकिन ये लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर्स, ख़ास तौर पर बड़े पोर्टफ़ोलियो वालों के लायक़ नहीं है. फ़ाइनेंशिल फ़्यूचर के लिए सोच-समझकर फ़ैसला करें!