बच्चे काफ़ी तेज़ी से और आसानी से सीखते हैं. बड़े होने तक वो लगातार कुछ न कुछ सीखते रहते हैं. अगर बच्चों को अच्छी शिक्षा और सही गाइडैंस मिले तो वो एक समझदार व्यक्ति के तौर पर उभर सकते हैं.
छोटी बचत से फ़ाइनेंशियल एजुकेशन की शुरुआत कर सकते हैं. बच्चे को पिगी बैंक या गुल्लक दें. और उन्हें गुल्लक में नियमित तौर पर कुछ पैसे डालने के लिए प्रोत्साहित करें. ये बेहतर कल के लिए उठाया गया पहला कदम है.
जब बच्चा थोड़ा बड़ा हो जाए तो उसे बैंकिंग के बारे में बताएं. आप बच्चे का बैंक अकाउंट खुलवाएं और नियमित तौर पर उसे कुछ पैसे अकाउंट डालने को कहें. यहां उसका अनुभव गुल्लक से थोड़ा अलग होगा.
बच्चा जब बालिग हो जाए उनको बताएं कि वे म्यूचुअल फ़ंड के ज़रिए कैसे शेयर बाज़ार में निवेश कर सकते हैं. साथ ही बताएं, अच्छे इक्विटी फ़ंड में SIP के ज़रिए निवेश करके लंबे समय में कैसे बड़ी रक़म जुटा सकते हैं.
जब तक निवेशक के तौर पर उनका भरोसा मज़बूत न हो जाए तब तक उनकी मदद करें और उन्हें गाइड करते रहें.