ऐसे निवेशक सारे निवेशक जो बाज़ार से डरे हुए हैं, जिन्हें लगता है कि बाज़ार गिर जाएगा उन्हें डाइवर्सिफ़ाई करना चाहिए इक्विटी के अलावा भी डाइवर्सिफ़ाई करना चाहिए.
ख़ासकर ऐसे निवेशक, जिन्होंने पिछले दो-तीन साल में पहली बार निवेश किया है, उन्हें बड़ा फ़ायदा हुआ है. उन्हें डाइवर्सिफ़ाई इसलिए करना चाहिए क्योंकि बाज़ार जब गिरावट आएगी तो मल्टी-एसेट फ़ंड कम गिरेगा.
दरअसल, ये फ़ंड कम गिरने वाला जो character है इससे निवेशकों का विश्वास बढ़ता है. ख़ासकर नए निवेशकों के लिए तो आपको इस पर विचार करना चाहिए .
मल्टी-एसेट फ़ंड निवेशकों का पैसा इक्विटी, डेट, और आर्बिट्राज,गोल्ड, सिल्वर, InvITs और RIETs इन सब में लगाता है.
डाइवर्सिफ़ाई निवेश का फ़ायदा ये है कि जो एक-तिहाई पैसा इक्विटी के अलावा इन चीज़ों में लगा रहता है, इससे मिलने वाला मुनाफ़ा भी आपके लिए इक्विटी के concessional tax treatment के लिए लागू होता है, जो कि बड़ा ही फ़ायदेमंद है.