Published: 04th Oct 2024
By: Value Research Dhanak
ELSS टैक्स सेविंग म्यूचुअल फ़ंड के ज़रिए कैसे अपने निवेश को बड़ी पूंजी में बदला जा सकता हैं. जानिए यहां!
ELSS टैक्स सेविंग के सबसे शानदार विकल्पों में से एक है. जब आप ELSS फ़ंड्स में निवेश करते हैं तो निवेश की रक़म आपकी टैक्सेबल इनकम से घटा दी जाती है और इससे आपको ज़्यादा फ़ायदा होता है.
3 साल का लॉक इन पीरियड ये पक्का कर देता है कि निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिले. इक्विटी के इस अनुभव का फ़ायदा उठाकर बहुत से निवेशक इक्विटी म्युचुअल फ़ंड में जीवन भर निवेश करते हैं.
ELSS फ़ंड में आप कितनी भी रक़म जमा कर सकते हैं, इस पर कोई लिमिट नहीं है. हालांकि, एक फ़ाइनेंशियल ईयर में ₹1.5 लाख तक के निवेश पर ही टैक्स छूट का फ़ायदा मिल सकता है.
इसके दो कारण हैं-पहला, ELSS फ़ंड 1.5 लाख की लिमिट में इकलौता ऐसा टैक्स सेविंग इन्वेस्टमेंट है जो कि इक्विटी रिटर्न के फ़ायदे मुहैया कराता है.
ELSS के लिए आपको पहले से प्लानिंग करने की ज़रूरत है. साल के अंत में टैक्स सेविंग इन्वेस्टमेंट के लिए जागना सही तरीक़ा नहीं है.
इस लेख का उद्देश्य निवेश की जानकारियां देना है. ये निवेश की सलाह नहीं है.