Life Insurance ख़रीदना एक समझदारी भरा फ़ैसला है. उस हर शख़्स को पॉलिसी लेनी चाहिए जिस पर परिवार का कोई सदस्य आर्थिक तौर पर निर्भर है. दुखद स्थिति में ये पॉलिसी सहारा बनती है.
मगर, मनीबैक, ULIP और इस तरह की तमाम हाइब्रिड पेंशन स्कीमें, इंश्योरेंस के लिहाज़ से उतनी सही नहीं होती. ये सभी लाइफ़ इंश्योरेंस और इन्वेस्टमेंट एक साथ ऑफ़र करती है.
असल में, इस तरह की पॉलिसी में लाइफ़ कवर पर्याप्त नहीं होता. इन्हें ख़रीदना काफ़ी महंगा होता है और इनका निवेश वाला हिस्सा कम ही रिटर्न देता है.
निवेश के लिए, इक्विटी और इक्विटी-ओरिएंटेड फ़ंड्स की तलाश करें. और जब बात Life Insurance की आए, तो केवल प्योर टर्म-प्लान पर ही विचार करें.
प्योर Term Plan बहुत किफ़ायती होते हैं. मोटे तौर पर समझें, तो एक 35 साल का स्वस्थ इंसान, क़रीब ₹15,000 के सालाना प्रीमियम पर ₹1 करोड़ का कवर पा सकता है.
कई लोग, एजेंट या ब्रोकर से लाइफ़ इंश्योरेंस पॉलिसी ख़रीदते हैं. एजेंट ज़्यादातर हाइब्रिड प्लान ही आपको बेचते हैं क्योंकि इसके लिए उन्हें मोटा कमीशन मिलता है. बहकावे में न आ कर, Term Plan ही ख़रीदें.
प्योर टर्म-प्लान को पहचानने के लिए लाइफ़ इंश्योरेंस के survival benefits चेक करना चाहिए. एक प्योर टर्म-प्लान पॉलिसी में 'ज़ीरो' सरवाईवल बेनेफ़िट होता है
ये लेख/ पोस्ट टर्म प्लान में ध्यान रखने वाली बातों की जानकारी देने के लिए है.