Published: 11th Oct 2024
By: Value Research Dhanak
रिटायरमेंट के बाद आराम की ज़िंदगी के लिए इसी मक़सद से तैयार की गई हमारी म्यूचुअल फ़ंड्स की लिस्ट देखें.
रिटायरमेंट पर मुझे ₹1 करोड़ मिले हैं. मासिक ख़र्च ₹1 लाख है. मुझे निवेश के लिए अच्छे फ़ाइनेंशियल इंस्ट्रुमेंट्स की सलाह दीजिए. मैं मॉडरेट जोख़िम लेने के लिए तैयार हूं .
आप सालाना 12% रिटर्न की उम्मीद कर रहे हैं. ध्यान रखें, इक्विटी में आमतौर पर लॉन्ग टर्म में ऐसा रिटर्न मिलता है. हालांकि, इसमें अनिश्चितता होती है और हर साल समान रिटर्न नहीं मिलता.
साल के दौरान मिले रिटर्न को पूरी तरह रिडीम नहीं करना चाहिए. आपको इसका कुछ हिस्सा वेल्थ बढ़ाने और भविष्य में महंगाई के मुताबिक़ इनकम बढ़ाने के लिए रखे रहना चाहिए.
अगर आप ₹12 लाख (1 करोड़ का 12%) के रिटर्न को पूरी तरह विड्रॉ कर लेते हैं, तो आपकी वेल्थ 5 से 7 साल बाद भी ₹1 करोड़ ही रहेगी. ऐसे में भविष्य में हर महीने ₹1 लाख की इनकम कम पड़ सकती है.
महंगाई को ध्यान में रखें तो आपको ज़्यादा पैसा निवेश करना पड़ सकता है. इसलिए, भविष्य की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए अपनी वेल्थ को बढ़ने देना ज़रूरी है.
भविष्य में महंगाई के मुताबिक़ इनकम बनाने के लिए, किसी भी साल इनकम के तौर पर अपनी जमा पूंजी का 6% से ज़्यादा न निकालें. ऐसे में पहले साल में ये ₹6 लाख बैठता है.
महंगाई के हिसाब से रिटर्न कमाने के लिए एक तिहाई कॉर्पस इक्विटी में एलोकेट करना चाहिए. और बाक़ी दो-तिहाई हिस्से को आप फ़िक्स-इनकम में एलोकेट कर सकते हैं.
फ़िक्स इनकम एलोकेशन के रूप में SCSS, पोस्ट-ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (PO-MIS), और प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (PMVVY) जैसी सरकार समर्थित योजनाओं में निवेश कर सकते हैं.
इसके अलावा, पोर्टफ़ोलियो को रिबैलेंस करने और किसी भी इमरजेंसी से निपटने के लिए अच्छी क्वालिटी वाले शॉर्ट-ड्यूरेशन फ़ंड्स में कुछ पैसा एलोकेट करें.
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