आप इक्विटी फ़ंड में निवेश करना चाहते हैं तो हमारी सलाह है कि आप इसे SIP के जरिए 6 से 12 महीनों में थोड़ा-थोड़ा निवेश करें.
रेग्युलर इनकम प्लान पर अमल करने के लिए आप आगे की स्लाइड पर बताई गई बातों पर अमल कर सकते हैं.
इक्विटी में निवेश के लिए फ़्लेक्सी कैप फ़ंड बेहतर है. कंज़रवेटिव निवेशक लार्ज कैप फ़ंड या इंडेक्स फ़ंड चुन सकते हैं.
सालाना इनकम की ज़रूरतों के लिए लिक्विड फ़ंड में निवेश कर सकते है. लेकिन, ये कुल निवेश का 6% से ज़्यादा नहीं होना चाहिए.
बाकी पैसा शॉर्ट-ड्यूरेशन फ़ंड जैसे फ़िक्स्ड इनकम के विकल्पों में निवेश कर सकते हैं.
अपने पोर्टफ़ोलियो को हर साल रीबैलेंस करें. और ये सुनिश्चित करें कि इक्विटी में 30-35% एलोकेशन हो.
हर साल अपनी सालाना इनकम की ज़रूरतों के लायक रक़म लिक्विड फ़ंड में ट्रांसफर करें, जिसे हर साल 5% तक बढ़ाया जाना चाहिए.
आपको सुनिश्चित करना चाहिए कि आप हर साल कुल कॉर्पस का 6% से ज़्यादा रक़म न निकालें.
ये लेख/ म्यूचुअल फ़ंड में ध्यान रखने वाली बातों की जानकारी देने के लिए है. इसे निवेश की सलाह न समझें.