निवेशकों को लगता है कि हर मौक़े पर उनको अपना इन्वेस्टमेंट बेचना चाहिए. उन्हें लगता है कि अगर नुक़सान हो जाए, तो बेचना चाहिए और बहुत फ़ायदा हो जाए, इसलिए बेचना चाहिए.
1. निवेशकों को क्या लगता है?
कुछ नहीं हो रहा है तो कई बार निवेशक ऊब करके भी बेचने के लिए उतावले हो जाते हैं. लेकिन, ये अपने आप में कोई कारण नहीं है आपके लिए केवल दो ही कारण हैं जब आपको अपना निवेश बेचना चाहिए.
2. बेचने की सिर्फ़ 2 वजह हैं
एक, जब आप किसी गोल के लिए इन्वेस्ट कर रहे हैं और वो गोल हासिल हो गया है तो इन्वेस्टमेंट बेच दीजिए. एक भी दिन इंतज़ार मत कीजिए, क्योंकि बाज़ार कभी भी कम समय में किसी भी तरह से रिएक्ट कर सकता है
3. गोल हासिल होने पर बेच दें निवेश
दूसरा कि आपने किसी निवेश का चुनाव किया था, किसी कारण से किया था और वो कारण अब valid नहीं लग रहा है तो निवेश बेच दीजिए.
4. निवेश का कारण वैलिड नहीं लग रहा है तो...
अगर कोई फ़ंड मैनेजर अच्छा कर रहा था, तब आपने फ़ंड का चुनाव किया था और अब उसने अच्छा करना बंद कर दिया है. किसी कंपनी के शेयर में पैसा लगाया था, मैनेजमेंट अच्छा था. अब हालात बदल गए हैं तो बेच दें.
5. फ़ंड मैनेजर या मैनेजमेंट अच्छा नहीं कर रहा है
किसी कंपनी, सेक्टर या इंडस्ट्री का आउटलुक ख़राब हो गया तो आपको अपना निवेश बेचकर निकल जाना चाहिए.
6. आउटलुक ख़राब हो जाए तो...