भले ही स्मॉल कैप में गिरावट आम हो, लेकिन लार्ज-कैप कंपनियों में ऐसा कम होता है. बड़े स्टॉक स्थिर होते हैं. बड़ी कंपनियों के पास अच्छा इन्फ़ॉर्मेशन फ़्लो होता है और निवेशक उसे अच्छी तरह समझते हैं.
इसका मतलब ये नहीं है कि झटके नहीं लग सकते. अचानक होने वाली वाली गिरावट कभी-कभार आती रहेगी. हालांकि, क्वालिटी स्टॉक में अचानक आने वाली घबराहट, छोटे निवेशक को परेशान कर सकती है.
जनवरी-फ़रवरी 2022 में, स्टॉक कुछ ही दिन में लगभग 25% टूट गया था. अब, दो साल बाद, स्टॉक पहले से कहीं ऊंचाई पर है. आज देखें तो लगेगा कि जब फ़ेसबुक स्टॉक गिरा था तब ख़रीदने का बड़ा मौक़ा था.
बड़ी कंपनियों के क़ारोबार में बहुत गति होती है. इनके हर पहलू में हमेशा ही एक गहरी ताक़त होती है. कम समय की गिरावट, कहानी का सिर्फ़ एक चैप्टर है. उतार-चढ़ावों का मतलब, स्टॉक की अंतिम विदाई नहीं होता.
निवेशक अपना दिमाग़ खुला रखें, जिसका तरीक़ा ये है कि हमेशा अपनी प्रवृत्ति के खिलाफ़ ख़ुद से बहस करें. पूछें-क्या होगा अगर घबराहट ग़लत हो और ख़ुद को कहानी के दोनों पक्षों की जांच करने को मजबूर करें.
लार्ज-कैप स्टॉक स्थिर दिखते हैं लेकिन अचानक गिरावट से अछूते नहीं हैं. कम समय के उतार-चढ़ाव के दौरान, किसी कंपनी की लॉन्ग-टर्म में अच्छा प्रदर्शन करने की क्षमता पर अपने फ़ैसले को कमज़ोर न पड़ने दें.
हम भविष्यवाणी तो नहीं कर सकते, पर ये सिद्धांत बाज़ार की अस्थिरता से निपटने और अस्थायी झटकों के आधार पर जल्दबाज़ी में लिए गए निर्णयों से बचने के लिए आपको एक क़ीमती नज़रिया दे सकते हैं.