मैं अपने ₹30 लाख के निवेश पर अधिकतम रिटर्न कैसे हासिल कर सकता हूं?
इन्वेस्टिंग, लंबे समय में वेल्थ बढ़ाने का शानदार तरीक़ा है. लेकिन एक निवेशक के तौर पर आपका मक़सद सिर्फ़ अधिकतम रिटर्न हासिल करना नहीं होना चाहिए.
ज़्यादा रिटर्न के लिहज़ से इन्वेस्टमेंट प्रॉडक्ट का चुनाव करना ख़तरे का सौदा है. बेहतर होगा की कोई क़दम उठाने से पहले निवेश की कमियां और फ़ायदे ज़रूर समझ लें.
म्यूचुअल फ़ंड निवेश को तमाम कैटेगरी में डायवर्सीफ़ाई करने से बेहतर रिटर्न पाने में मदद मिल सकती है. अगर एक फ़ंड ख़राब प्रदर्शन कर भी रहा है, तो दूसरे फ़ंड आपके पोर्टफ़ोलियो बैलेंस कर देता हैं.
इक्विटी मार्केट, कम समय में उतार-चढ़ाव भरा हो सकता है. ऐसे में अपना सारा पैसा किसी फ़ंड में लगाने से बचें. अपने निवेश को एक तय समय में फैला कर निवेश करें. इससे निवेश पर मार्केट की गिरावट का असर कम होगा.
सही एसेट एलोकेशन स्ट्रेटजी आपके निवेश के जोख़िम और रिटर्न को बैलेंस करने में मदद करती है. डेट और इक्विटी दोनों में निवेश बंटा हुआ निवेश आपके पैसे को ज़्यादा सुरक्षा रखता है.
ज़्यादा जानकारी के लिए आप हमारे धनक के “धनक से पूछें” आर्टिकल को पढ़ सकते हैं. लिंक अगली स्लाइड में है. इस लेख का उद्देश्य निवेश की जानकारियां देना है. ये निवेश की सलाह नहीं है.