SIP में 8-4-3 का जादू क्या है? 

Published:  15th Oct  2024

By: Value Research Dhanak

जानिए क्या है 8-4-3 फॉर्मूला, जो आपके निवेश को तेज़ी से ग्रोथ दे सकता है. 

कंपाउंडिंग का 8-4-3 रूल क्या है? 

इस रूल का मतलब है कि लगातार निवेश और अच्छे रिटर्न से आपके पैसे निवेश के किस साल में कितनी तेज़ी से बढ़ सकते हैं. इस रूल के मुताबिक़, एक निवेश के बढ़ने की तीन स्टेज होती हैं. 

कंपाउंडिंग से वाक़िफ़ हैं न आप? 

कंपाउंडिंग को लेकर अल्बर्ट आइंस्टीन ने कहा था कि ये "दुनिया का आठवां अजूबा" है. इसमें आपके निवेश पर मिलने वाला रिटर्न ख़ुद अपना रिटर्न पैदा करता है. यानी, अगर आप 10% की सालाना ब्याज दर पर ₹1,00,000 निवेश करते हैं, तो पहले साल ₹10,000 बढ़ेंगे. 

8-4-3 रूल की तीन स्टेज  

शुरुआती 1-8 साल की ग्रोथ: निवेश पहले 8 साल में 12% की सालाना औसत के रिटर्न पर बढ़ता है.  बीच के 9-12 साल की तेज़ ग्रोथ: 8 साल के बाद के 4 साल में, आपका पैसा दोगुना हो जाता है, कंपाउंडिंग की ताक़त से पहले 8 साल की बढ़ोतरी के साथ मिल कर लगातार और तेज़ी से बढ़ता है.  बाद के 13-15 साल की ज़बरदस्त ग्रोथ: आख़िरी के 3 साल में आपका पैसा फिर से दोगुना हो जाता है. 

8-4-3 रूल के फ़ायदे क्या हैं? 

ये रूल मार्केट की परवाह किए बिना आपको अपने निवेश प्लान पर पक्का रहने की बात कहता है. ये आपको अपने निवेश में बड़ी ग्रोथ और शानदार रिटर्न मिलने की संभावना काफ़ी बढ़ा देता है. 

महंगाई को दे सकेंगे मात 

ये रूल महंगाई दर के खिलाफ़ ढाल का काम करता है. सालाना 12% का रिटर्न, महंगाई दर को पछ़ाड़ सकता है . इससे ये पक्का हो जाता कि लंबे समय में आपके निवेश की वैल्यू बढ़ती रहे. 

मार्केट के मुताबिक़ बदलाव  

इस रूल में आपको अपने पोर्टफ़ोलियो का समय समय पर आकलन करना चाहिए. ताकि, आप बाज़ार के बदलावों के मुताबिक़ अपने निवेश को ढाल सकें.  

रूल 8-4-3 की स्ट्रैटजी क्या है? 

रूल 8-4-3 और कंपाउंडिंग के जादू का पूरा फ़ायदा लेने के लिए कुछ फ़ैक्टर्स हैं इसके लिए आपको हमारे आर्टिकल को पढ़ सकते हैं. लिंक आख़िरी स्लाइड में दिया गया है.