इस बात पर गहराई से विचार करें
हावर्ड मार्क्स कहते हैं — “आपने 100 पर ख़रीदा था और अब वो 90 पर है, तो बायकॉट करना यानि उससे किनारा करना बेवकूफ़ी है.
गिरावट भले ही डरावनी लगे, लेकिन इतिहास गवाह है — हर गिरावट, निवेशकों के लिए एक मौक़ा भी लेकर आती है. बस ज़रूरत है धैर्य और विवेक की.