By: Abhijeet Pandey
Published 04 June 2024
ये ऐसी कंपनियां हैं जो कोई सामान या सेवाएं नहीं देती हैं. उनका अपना कोई ऑपरेशन नहीं है. असल में ये होल्डिंग कंपनियां होती हैं. ये अन्य कंपनियों और एसेट्स में हिस्सेदारी रखने या निवेश करने के लिए बनी हैं.
ये डिविडेंड और निवेश पर ब्याज़ से पैसा कमाती हैं. टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन, बजाज होल्डिंग्स, JSW होल्डिंग्स , महाराष्ट्र स्कूटर और कामा होल्डिंग्स लिस्टिड होल्डिंग कंपनियां हैं जिनका अपना कोई ऑपरेशन नहीं है.
इसका जवाब उनके वैल्यूएशन में छिपा हुआ है. होल्डिंग कंपनियां एक बेजोड़ वैल्यू की पेश करती है, जिसकी तरफ़ वैल्यू की खोज में रहने वाले आकर्षित होते हैं.
होल्डिंग कंपनियां आमतौर पर अपने पोर्टफ़ोलियो की वैल्यू की तुलना में भारी डिस्काउंट पर ट्रेड होती हैं. ये अपने निवेश के कुल मार्केट वैल्यू (पोर्टफ़ोलियो की वैल्यू) से कम क़ीमत पर ट्रेड होती हैं.
होल्डिंग कंपनियां दूसरे बिज़नस से पैसा कमाती हैं, इसलिए उनकी असल क़ीमत का आकलन उनकी इनकम से नहीं कर सकते. उनकी वैल्यूएशन उनके निवेश और अन्य रियल एस्टेट के वैल्यूएशन से तय होती है.
ये लेख सिर्फ़ एक बानगी है. ज़्यादा जानकारी के लिए आपको हमारे धनक के “स्टॉक वायर” आर्टिकल को पढ़ना होगा. लिंक नीचे दिया हुआ है. इस लेख का उद्देश्य निवेश की जानकारियां देना है. ये निवेश की सलाह नहीं है.